अमर सैनी
गाजियाबाद। खिमावती गांव में शराब के ठेके का विरोध थमने का नाम नहीं ले रहा। शुक्रवार को महिलाओं ने ठेका बंद कराने की मांग को लेकर महापंचायत की। उनका कहना है कि ठेके से गांव में अराजकता फैल रही। मांग पूरी न होने पर जबरन ठेका बंद कराने की चेतावनी दी गई है।
गांव खिमावती में पांच साल से ठेका चल रहा है। पिछले दिनों गांव में चार साल की बच्ची की दुष्कर्म के बाद हत्या कर दी गई थी। नशे का आदी आरोपी ने वारदात को अंजाम दिया था। घटना के बाद से ठेका बंद कराने की मांग शुरू हो गई। शुक्रवार को महिलाओं ने पंचायत की। इसमें महिलाओं ने कहा कि ठेका आबादी के बीच और सरकारी स्कूल के पास है। सुबह से शराब के ठेके के पास शराबियों का जमवाड़ा लगना शुरू हो जाता है। शराबी वहां से गुजरने वाली महिलओं से अभद्रता करते हैं। इसको लेकर रोजाना झगड़े होते हैं। महिलाओं ने चेतावनी दी है कि यदि जल्द कार्रवाई नहीं हुई तो ठेके को जबरन बंद करा दिया जाएगा। इससे पहले महिलाओं ने शराब का ठेका बंद कराने की मांग को लेकर हस्ताक्षर अभियान चलाकर जिलाधिकारी को पत्र भेजा था। पंचायत में सैकड़ों महिलाओं ने भाग लिया।