उत्तर प्रदेशभारतराज्य

बीएसए ने शिक्षकों को बताए डिजिटल अटेंडेंस के फायदे

बीएसए ने शिक्षकों को बताए डिजिटल अटेंडेंस के फायदे

अमर सैनी

नोएडा। जिले में शिक्षकों को ऑनलाइन अटेंडेंस के फायदे बताने के लिए बेसिक शिक्षा अधिकारी ने खुद कमान संभाल ली है। बीएसए खुद स्कूलों में जाकर शिक्षकों को ऑनलाइन अटेंडेंस के फायदे बता रहे हैं। शुक्रवार को उन्होंने दादरी ब्लॉक के बिरौंडा रौन गांव में पहुंचकर शिक्षकों को डिजिटल अटेंडेंस के बारे में समझाया। इस दौरान उन्होंने कक्षा सात के छात्रों को सामाजिक विज्ञान और भूगोल के बारे में भी पढ़ाया। वहीं, अभिभावक भी शिक्षकों की डिजिटल अटेंडेंस का समर्थन कर रहे हैं। महानिदेशक विद्यालयी शिक्षक कंचन वर्मा ने बेसिक शिक्षा अधिकारियों को निर्देश दिए हैं कि वे प्रतिदिन चार से पांच स्कूलों में जाकर शिक्षकों को डिजिटल अटेंडेंस के फायदे बताएंगे। साथ ही शिक्षक नेताओं के साथ बैठक करने के भी निर्देश दिए हैं। जिसका पालन जिले के बेसिक शिक्षा अधिकारी कर रहे हैं। शुक्रवार को बेसिक शिक्षा अधिकारी राहुल पंवार बिरौंडा रौन गांव के स्कूल पहुंचे। जहां उन्होंने शिक्षकों को डिजिटल अटेंडेंस के बारे में समझाया। उन्होंने बताया कि डिजिटल अटेंडेंस लेने से उनका रजिस्टर संबंधी काम खत्म हो जाएगा। डिजिटल अटेंडेंस से शिक्षकों के स्कूल से अनुपस्थित रहने के आरोप भी गलत साबित होंगे। सातवीं के विद्यार्थियों को पढ़ाया

कक्षा सात के विद्यार्थियों को पढ़ाया
बेसिक शिक्षा अधिकारी राहुल पंवार ने इस दौरान कक्षा सात के विद्यार्थियों को पढ़ाया। उन्होंने कक्षा सात के विद्यार्थियों से विभिन्न विषयों पर प्रश्न पूछे। बच्चों के सही उत्तर देने पर उन्होंने प्रसन्नता व्यक्त की। करीब आधे घंटे तक उन्होंने विद्यार्थियों को ग्लोब के बारे में समझाया। बेसिक शिक्षा अधिकारी राहुल पंवार ने बताया कि शिक्षकों की डिजिटल हाजिरी लेने के लिए खंड शिक्षा अधिकारी, एसआरजी, एआरपी, डीसी की ड्यूटी लगाई गई है। इसके अलावा वह स्वयं विद्यालयों में जाकर शिक्षकों को ऑनलाइन हाजिरी के फायदे बताएंगे।

अभिभावकों ने डिजिटल हाजिरी को सही बताया

अभिभावकों ने परिषदीय विद्यालयों में शिक्षकों की डिजिटल हाजिरी को सही बताया है। अभिभावकों का कहना है कि डिजिटल हाजिरी से शिक्षण व्यवस्था बेहतर होगी। इससे शिक्षक समय से विद्यालय आएंगे। वहीं, विद्यार्थी बीच में विद्यालय से गायब नहीं हो पाएंगे। इससे वह अपनी पढ़ाई पर ठीक से ध्यान दे सकेंगे।

Related Articles

Leave a Reply

Your email address will not be published. Required fields are marked *

Back to top button