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उत्तर प्रदेश, नोएडा: डेयरी और कपड़ा उत्पादन का केंद्र बनेगा हाथरस

उत्तर प्रदेश, नोएडा: डेयरी और कपड़ा उत्पादन का केंद्र बनेगा हाथरस

अमर सैनी

उत्तर प्रदेश, नोएडा। हाथरस में विकसित होने वाला नया शहर डेयरी व कपड़ा उत्पादन का केंद्र बनेगा। इसके अलावा ब्रास के उत्पाद भी तैयार किए जाएंगे। प्राधिकरण की हाथरस के अधिसूचित क्षेत्र में विकसित होने वाले नए शहर में इस प्रकार की कंपनियां लाने की तैयारी है। मुख्य कार्यपालक अधिकारी डॉ. अरुणवीर सिंह ने बताया कि यमुना प्राधिकरण क्षेत्र छह जिलों तक फैला हुआ है। प्राधिकरण जहां मथुरा में प्रमुख तौर पर हेरीटेज सिटी विकसित कर रहा है, वहीं टप्पल में लॉजिस्टिक हब बनाने जा रहा है, इसी तरह आगरा में भी पर्यटन और धरोहर को तवज्जो दी गई है।

अब प्राधिकरण ने हाथरस में विकसित होने वाले नए शहर का मास्टर प्लान तैयार करने की प्रक्रिया शुरू कर दी है। इसके लिए एजेंसी का चयन करने के लिए आरएफपी निकाली जाएगी। एजेंसी पहले हाथरस की भौगोलिक स्थिति का सर्वेक्षण करेगी और उसके बाद प्लान तैयार करेगी। मास्टर प्लान बनने के बाद वहां जमीन के अधिग्रहण की प्रक्रिया को आगे बढ़ाया जाएगा। प्राधिकरण के अधिसूचित क्षेत्र में हाथरस के भी 358 गांव शामिल हैं। प्राधिकरण का रीजनल मास्टर प्लान पिछले दिनों शासन से मंजूर हो गया था। ऐसे में प्राधिकरण ने यह फैसला लिया है कि हाथरस का मास्टर प्लान तैयार कराया जाए, जबकि मथुरा, अलीगढ़, आगरा का मास्टर प्लान पूर्व में ही तैयार हो चुका है। हाथरस में करीब 950 एकड़ में एक नया शहर बसाया जाएगा। हाथरस का नया शहर खासतौर पर डेयरी, कपड़ा और ब्रास उत्पादों का मुख्य केंद्र बनकर उभरेगा। हाथरस जिले के सदर, सादाबाद और सासनी तहसील के गांवों में भूमि अधिग्रहण की धारा 80 व 143 की अधिसूचना जारी हो चुकी है। इन गांवों की जमीन पर औद्योगिक और आवासीय टाउनशिप विकसित की जाएगी।

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