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Shivaji Maharaj Jayanti 2025: छत्रपति शिवाजी महाराज की 395वीं जयंती पर जानिए उनके प्रेरणादायक विचार, जो हर कठिनाई में आपका मार्गदर्शन करेंगे।
Shivaji Maharaj Jayanti 2025: जब सभी रास्ते हो जाएंगे बंद, तब काम आएंगे छत्रपति शिवाजी महाराज के तेजस्वी विचार
19 फरवरी 2025: छत्रपति शिवाजी महाराज (Chhatrapati Shivaji Maharaj) भारत के महान योद्धाओं में से एक थे, जिन्होंने हिंदवी स्वराज (Hindavi Swaraj) की स्थापना कर एक नए युग की नींव रखी। उनके अदम्य साहस, नीतियों और संघर्षों ने इतिहास में एक अमिट छाप छोड़ी है।
इस साल छत्रपति शिवाजी महाराज की 395वीं जयंती मनाई जा रही है। महाराष्ट्र सहित पूरे देश में इस दिन को बड़े हर्षोल्लास के साथ मनाया जाता है। इस खास मौके पर आइए जानते हैं उनके कुछ प्रेरणादायक विचार, जो हर परिस्थिति में मार्गदर्शन करते हैं।
Shivaji Maharaj Jayanti 2025: छत्रपति शिवाजी महाराज के प्रेरणादायक विचार
“कोई भी कार्य करने से पहले उसका परिणाम सोच लेना हितकर होता है, क्योंकि हमारी आने वाली पीढ़ी उसी का अनुसरण करती है।”
“जब लक्ष्य जीत का हो, तो उसे हासिल करने के लिए कितना भी परिश्रम और मूल्य क्यों न चुकाना पड़े, वह करना ही चाहिए।”
“शत्रु चाहे कितना ही बलवान क्यों न हो, उसे अपने इरादों और उत्साह मात्र से भी परास्त किया जा सकता है।”
“शत्रु को कमजोर न समझो, लेकिन उसे अत्यधिक बलवान मानकर डरना भी नहीं चाहिए।”
“जब हौसले बुलंद हो, तो पहाड़ भी एक मिट्टी के ढेर जैसा लगता है।”
Shivaji Maharaj Jayanti 2025: शिवाजी महाराज की वीरता और रणनीति
👉 15 वर्ष की उम्र में शिवाजी महाराज ने मुगलों के खिलाफ पहला आक्रमण किया।
👉 16 वर्ष की उम्र में उन्होंने तोरण किले पर विजय प्राप्त की।
👉 17 वर्ष की उम्र में उन्होंने रायगढ़ और कोंडला को जीत लिया।
👉 उन्होंने अपने शासनकाल में गुरिल्ला युद्ध नीति अपनाकर मुगलों को कई बार पराजित किया।
Shivaji Maharaj Jayanti 2025: शिवाजी महाराज की जयंती कैसे मनाई जाती है?
महाराष्ट्र में इस दिन विशेष शोभायात्राएं, सांस्कृतिक कार्यक्रम और व्याख्यान आयोजित किए जाते हैं।
लोग शिवाजी महाराज के किलों और मंदिरों में जाकर उन्हें श्रद्धांजलि अर्पित करते हैं।
इस दिन युवा पीढ़ी को शिवाजी महाराज के आदर्शों और नीतियों के बारे में जागरूक किया जाता है