
नई दिल्ली, 3 अक्तूबर : भारतीय तटरक्षक बल (आईसीजी) का अपतटीय गश्ती पोत ‘सचेत’ अपनी विदेशी तैनाती के तहत पहली बार दक्षिण अफ्रीका के केपटाउन में पहुंचा।
इस दौरान आईसीजीएस सचेत के कमांडिंग ऑफिसर ने रक्षा सलाहकार के साथ साइमन्स टाउन में फ्लैग ऑफिसर फ्लीट रियर एडमिरल हैंडसम टी. मत्साने से मुलाकात की। दोनों पक्षों ने समुद्री सहयोग को और मजबूत करने के लिए भारतीय तटरक्षक बल और दक्षिण अफ्रीकी नौसेना के बीच पेशेवर सहयोग बढ़ाने के महत्व पर जोर दिया। सामुदायिक संपर्क अभियान के तहत, 26 स्कूली बच्चों के एक समूह ने जहाज का दौरा किया, जहां उन्हें जहाज के उपकरणों, प्रणालियों और अग्निशमन उपकरणों से परिचित कराया गया। समुद्री सुरक्षा सुनिश्चित करने में भारतीय तटरक्षक बल की बहुआयामी भूमिकाओं का अवलोकन प्रदान करने के लिए एक आईसीजी वृत्तचित्र फिल्म भी दिखाई गई।
महात्मा गांधी जयंती के अवसर पर, कमांडिंग ऑफिसर ने 15 क्रू सदस्यों के साथ केप टाउन के एडर्न गार्डन स्थित महात्मा गांधी स्मारक पर पुष्पांजलि अर्पित की।इसके अलावा, सांस्कृतिक आदान-प्रदान और स्वास्थ्य को बढ़ावा देने के लिए, 3 अक्टूबर को आईसीजीएस सचेत पर एक संयुक्त योग सत्र आयोजित किया गया। इस कार्यक्रम में आईसीजी जहाज के चालक दल के साथ दक्षिण अफ्रीकी नौसेना के 20 अधिकारियों और नाविकों ने भाग लिया, जिससे सौहार्द और लोगों के बीच जुड़ाव को और बढ़ावा मिला।
इसके अतिरिक्त, आईसीजीएस सचेत पर सवार राष्ट्रीय कैडेट कोर (एनसीसी), असम राइफल के जवान, दूतावास कर्मियों, दक्षिण अफ्रीकी नौसेना व तटरक्षक कर्मियों और स्थानीय युवा संगठनों के सहयोग से समुद्री प्लास्टिक प्रदूषण के दुष्प्रभावों के बारे में समुदाय को जागरूक करने के लिए एक पर्यावरण संरक्षण वॉकथॉन में भाग लेंगे, जिससे भारत सरकार की “पुनीत सागर अभियान” पहल में योगदान मिलेगा और अंतर्राष्ट्रीय पहुंच बढ़ेगी।