उत्तर प्रदेश, नोएडा: नोएडा मेट्रो लिंक लाइन के लिए होगा टोपोग्राफी सर्वे
उत्तर प्रदेश, नोएडा: -11.56 किमी लंबी होगी लाइन, 2254 करोड़ में होगी तैयार

अजीत कुमार
उत्तर प्रदेश, नोएडा। बॉटेनिकल गार्डन से सेक्टर-142 एक्वा लिंक लाइन मेट्रो के लिए एनएमआरसी टोपोग्राफी सर्वे कराने जा रही है। इस सर्वे के लिए एनएमआरसी एक कंपनी हायर करेगी। 15 से 20 दिन में कंपनी टोपोग्राफी करेगी। इसकी रिपोर्ट एनएमआरसी को देगी।
इस रिपोर्ट के आधार पर एक और कंसल्टेंट कंपनी हायर की जाएगी। ये कंपनी निर्माण का ब्लू प्रिंट तैयार और डिजाइन बनाएगी। फाइनल टोपोग्राफी रिपोर्ट और ड्राइंग डिजाइन को मिनिस्ट्री आफ हाउसिंग एंड अर्बन अफेयर्स (एमओयूएचए) भेजा जाएगा। वहां से अनुमति मिलने के बाद टेंडर जारी होगी।बता दें कि परियोजना की डिटेल प्रोजेक्ट रिपोर्ट (डीपीआर) केंद्र सरकार के पास पहले ही भेजी जा चुकी है। इसकी डीपीआर को लेकर कुछ प्रश्न थे जिसका रिपोर्ट भी एनएमआरसी ने केंद्र सरकार को भेज दी थी। वहां से अनुमति मिलने के बाद टेंडर और निर्माण कंपनी को काम अवॉर्ड करने के में करीब छह माह का समय लगेगा। जिसके बाद निर्माण कार्य शुरू होगा।
क्या होता टोपोग्राफी सर्वे
इस सर्वे में बोटेनिकल गार्डन से सेक्टर-142 तक के पूरे रूट का सर्वे किया जाएगा। इसमें स्वायल टेस्टिंग से लेकर पूरे रूट पर जमीन की ऊंचाई, गहराई, आकार और स्थान का पता चलेगा। इसी सर्वे से तय होगा कि पिलर जमीन में कितना गहरा कितना ऊंचा बनाए जाए। फाउंडेशन की स्ट्रैंथ क्या होगी। ऐसे में ये सर्वे काफी महत्वपूर्ण है।
रोजाना करीब 1.25 लाख लोग करेंगे सफर
नोएडा मेट्रो रेल कॉर्पोरेशन (एनएमआरसी) प्रबंध निदेशक डा लोकेश एम ने बताया कि यह लिंक लाइन 11.56 किमी का मेट्रो कारीडोर बनाया जाएगा। इसकी डिटेल प्रोजेक्ट रिपोर्ट (डीपीआर) को प्रदेश कैबिनेट से अप्रूवल के बाद केंद्र को भेज दिया गया है। अगले कुछ माह में केंद्र से मंजूरी मिल जाएगी। यह रूट पांच साल में बनकर तैयार होगा। रोजाना करीब 1.25 लाख लोग इस लिंक लाइन का प्रयोग करेंगे। इसके निर्माण में करीब 2254.35 करोड़ रुपए खर्च होंगे।