
हमारी खबरें रोक रहे हैं और अपनी खबरें जबरदस्ती लोगों को पढ़ा रहे- प्रदीप चौधरी
विकास के मुद्दे पर बीजेपी के पास कोई जवाब नही, बताएं कि कालका में पानी नही, 10 साल में क्या इंतजाम किया
पिंजौर 21 सितंबर :कालका विधानसभा क्षेत्र से कांग्रेस पार्टी के विधायक एवं प्रत्याशी प्रदीप चौधरी ने शुक्रवार को दून क्षेत्र के कई गांवों और कालका शहर में अपने कई चुनावी कार्यक्रम आयोजित किए और इस दौरान उन्होंने जहां अपने लिए वोट मांगे वही उन्होंने विपक्षी पार्टी की प्रत्याशी पर बोलते हुए कहा कि हम जनता के बीच जो बातें कर रहे हैं और जो लोगों का हमें समर्थन मिल रहा है उससे संबंधित हमारी खबरों को रोका जा रहा है और अपनी खबरों को लोगों तक पैसे के दम पर भेज कर जबरदस्ती लोगों को पढ़ाया जा रहा है। यह पैसे के दम पर कालका में तानाशाही कर रहे है।
प्रदीप चौधरी ने कहा कि हैरानी की बात है कि आज कालका जैसे शहर में लोगों को 10-10 मिनट भी पीने का पानी नसीब नहीं होता और हमारे क्षेत्र में धारा 7ए लगाकर आमदन के साधन खत्म कर दिए हैं। लावारिश पशुओं की वजह से कितने लोगों की जान चली गई है। लेकिन सरकार ने अपने कार्यकाल में राहत के लिए कुछ नही किया। उन्होंने कहा कि सड़कों की हालत खराब हैं। इनके अपने ठेकेदार हैं। वो कमजोर क्वालिटी की सड़कें बना रहे हैं। युवाओं को रोजगार नही दिया और आज बीजेपी के राज में इतना नशा फैल गया है कि लोगों के परिवार उजड़ गए है। सरकार अपनी विफलता छिपाने के लिए लोगों को गुमराह कर रही है। जनता ने कांग्रेस की सरकार बनाने का मन बना लिया है।
मुख्यमंत्री का ब्यान गैरजिम्मेदाराना- प्रदीप चौधरी
रायपुररानी में मुख्यमंत्री नायब सैनी के ब्यान पर बोलते हुए कहा कि मुख्यमंत्री गैर जिम्मेदार बात कर रहे हैं। फायरिंग में जिन युवकों को गोली लगी है। आरोपियों को पकड़ने के लिए क्या किया वो तो बता नही पाए और घायल युवक की हिस्ट्री खंगालने में जल्दी की। जो किसी मामले में आरोपी है। उसका फैसला कोर्ट ने करना है। सरेआम गोलियां चलाई जा रही हैं। इसे सही ठहरा रहे है। हमारे क्षेत्र की कानून व्यवस्था को मजाक बनाया जा रहा है। सरेआम लोग हथियार लेकर घूम रहे हैं। उसको लेकर कोई चौकसी नही है।
हमारे प्रचार और लोगों के समर्थन से घबराई बीजेपी
प्रदीप चौधरी ने कहा कि हमारे चुनावी प्रचार में लोगों के मिल रहे भारी समर्थन और पार्टी में हजारों की संख्या में लोगों का जुड़ना बर्दास्त नही हो रहा है। तभी सरकार कालका के शांतिपूर्ण चुनाव को बिगाड़ने की कोशिश कर रही है। बीजेपी के कई पार्षद और बड़े नेता कांग्रेस में शामिल हो गए है। इनके हाथों से चुनाव निकल चुका है।