Greater Noida: प्रदर्शन से पहले बजरंग दल के कार्यकर्ता नजरबंद, अस्थायी गौशाला ध्वस्तीकरण पर नाराजगी तेज

Greater Noida: प्रदर्शन से पहले बजरंग दल के कार्यकर्ता नजरबंद, अस्थायी गौशाला ध्वस्तीकरण पर नाराजगी तेज
ग्रेटर नोएडा में मंगलवार सुबह उस समय हलचल मच गई जब दनकौर पुलिस ने राष्ट्रीय बजरंग दल के जिला गौ रक्षक प्रमुख त्रिलोक गुर्जर को उनके घर पर नजरबंद कर लिया। बजरंग दल और अन्य हिंदूवादी संगठनों ने ग्रेटर नोएडा विकास प्राधिकरण के खिलाफ प्रदर्शन करने की योजना बनाई थी, लेकिन प्रदर्शन शुरू होने से पहले ही पुलिस ने कार्रवाई करते हुए सभी प्रमुख कार्यकर्ताओं को घरों में रोक दिया। बाद में दोपहर बाद उन्हें रिहा कर दिया गया।
त्रिलोक गुर्जर और संगठन के अन्य नेताओं ने रिहा होने के बाद अपनी मांगों से संबंधित एक ज्ञापन पुलिस अधिकारियों को सौंपा। उन्होंने आरोप लगाया कि ग्रेटर नोएडा प्राधिकरण ने 12 नवंबर को डाढ़ा गांव में बनी एक अस्थायी गौशाला को ध्वस्त कर दिया, जिससे वहां चल रही गौ सेवा पूरी तरह प्रभावित हो गई। संगठन का कहना है कि बिना विकल्प दिए इस गौशाला को तोड़ना प्राधिकरण की मनमानी है।
राष्ट्रीय बजरंग दल गौ रक्षक इकाई की मुख्य मांग है कि ध्वस्त की गई अस्थायी गौशाला के स्थान पर एक स्थायी गौ उपचार केंद्र के लिए भूमि आवंटित की जाए। साथ ही गौ सेवा के लिए जरूरी संसाधन—जैसे जेसीबी, एम्बुलेंस और अन्य आवश्यक सुविधाएं—उपलब्ध कराई जाएं। इसके अलावा, उन्होंने प्राधिकरण कर्मचारियों द्वारा गौ सेवकों से किए जाने वाले कथित अभद्र व्यवहार पर भी रोक लगाने की मांग की है।
संगठन ने साफ चेतावनी दी है कि यदि उनकी मांगें पूरी नहीं की गईं तो वे सड़कों पर उतरकर बड़े पैमाने पर आंदोलन करेंगे और इसकी पूरी जिम्मेदारी ग्रेटर नोएडा विकास प्राधिकरण की होगी। इस दौरान गौरव नागर, सुभाष नागर, राजबीर, विकास, कुणाल और महेश सहित कई कार्यकर्ता मौजूद रहे और उन्होंने एकजुट होकर भविष्य में कठोर कदम उठाने का संकेत दिया।





