उत्तर प्रदेश, नोएडा: सूखे कचरे को अलग- अलग करने की समस्या दूर होगी
उत्तर प्रदेश, नोएडा: सूखे कचरे को अलग- अलग करने की समस्या दूर होगी

अजीत कुमार
उत्तर प्रदेश, नोएडा। सूखे कचरे से प्लास्टिक, पॉलीथिन और कागज को अलग कर पुन: उपयोग में लाने के लिए पुनर्चक्रण (रिसाइकिल) किया जाएगा। इसके लिए औद्योगिक सेक्टर इकोटेक-12 में मटेरियल रिकवरी फैसिलिटी सेंटर (एमआरएफसी) स्थापित किया जाएगा। ग्रेटर नोएडा प्राधिकरण और पर्यावरण और शिक्षा केंद्र के बीच समझौता हो चुका है। इस सेंटर की क्षमता पांच टीपीडी (टन प्रतिदिन) होगी। इससे कूड़ा निस्तारण की समस्या का कुछ हद तक समाधान हो जाएगा। भविष्य में इस तरह के और संयंत्र स्थापित किए जाएंगे।
ग्रेटर नोएडा को स्वच्छता के मामले में अव्वल बनाने के लिए प्राधिकरण ने शत प्रतिशत कूड़े के निस्तारण की योजना बनाई है। घरेलू कूड़े को अलग करके क्या-क्या उत्पाद बनाए जा सकते हैं। इसके लिए पूर्व में रुचि की अभिव्यक्ति जारी कर इच्छुक कंपनियों को आमंत्रित किया गया था। कूड़ा निस्तारण केंद्र तक कम से कम कूड़ा पहुंचे इस पहल पर काम शुरू कर दिया गया है। इसके तहत एमआरएफसी स्थापित किया जाएगा। अधिकारी के मुताबिक एमआरएफसी पर उन्नत तकनीक के जरिए प्लास्टिक, पॉलीथिन, रबड़, कागज आदि सूखे कचरे को अलग-अलग किया जाएगा। घरों से निकलने वाला सूखा कचरा केंद्र तक पहुंचाने की जिम्मेदारी प्राधिकरण की होगी। प्लास्टिक और पॉलीथिन को रिसाइकिल कर उसके छोटे-छोटे टुकड़े कर चिप बनाई जाएगी। वहीं कागज को रिसाइकिल कर गत्ता बनाया जाएगा। रिसाइकिल के बाद तैयार चिप (प्लास्टिक के टुकड़े) और गत्ता उन कंपनियों को बेचा जाएगा, जो बेकार चीजों से उपयोगी वस्तुएं बनाने का काम करती हैं। इससे संस्था कमाई करेगी। प्राधिकरण की योजना शहर में इस तरह के और सेंटर स्थापित करने की है, ताकि कूड़ा निस्तारण केंद्र तक कम से कम कूड़ा पहुंचे। दूसरा इसका एक और फायदा यह भी होगा कि सूखा और गीला कचरा अलग-अलग पहुंचेगा। सेंटर स्थापित करने के साथ लोगों को जागरूक भी किया जाएगा कि घर में ही सूखे व गीले कचरे को अलग-अलग रखा जाए। इससे निस्तारण में आसानी होगी।
कबाड़ का कारोबार करने वाले लोगों को जोड़ा जाएगा
संस्था के प्रतिनिधि रोहित मसकारा के मुताबिक इस केंद्र से कबाड़ का कारोबार करने वाले लोगों को भी जोड़ा जाएगा। उनके द्वारा एकत्रित किए गए प्लास्टिक, पेपर आदि को खरीदकर रिसाइकिल किया जाएगा।
जागरुकता कार्यक्रम चलाए जाएंगे
इस पहल को सफल बनाने के लिए लोगों को सूखा और गीला कचरा अलग-अलग रखने के लिए जागरूक किया जाएगा। संस्था द्वारा आवासीय सेक्टरों के साथ स्कूल, कॉलेजों में कार्यक्रम आयोजित किए जाएंगे।
सूखे कचरे से प्लास्टिक, पॉलीथिन और कागज को अलग करने के लिए मैटेरियल रिकवरी फैसिलिटी सेंटर स्थापित किया जाएगा। इसको लेकर पर्यावरण और शिक्षा केंद्र नामक संस्था के साथ समझौता किया गया है। सूखे और गीले सहित सभी तरह के कचरे के निस्तारण की योजना बनाई गई है। इस पर काम शुरू कर दिया गया है।
श्रीलक्ष्मी वीएस,एसीईओ, ग्रेटर नोएडा प्राधिकरण
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