
Faridabad Civil Hospital: फरीदाबाद जिला नागरिक अस्पताल में मरीजों की बढ़ी परेशानी, कंप्यूटर ऑपरेटर न होने से धक्के खाने को मजबूर
रिपोर्ट: संदीप चौहान
दिल्ली से सटे हरियाणा के फरीदाबाद में जहां एक ओर बाढ़ का कहर जारी है, वहीं दूसरी ओर जिला नागरिक अस्पताल बदहाल व्यवस्था के चलते मरीजों की परेशानी और बढ़ा रहा है। अस्पताल में 24 घंटे कंप्यूटर ऑपरेटर न होने के कारण मरीजों को भारी दिक्कतों का सामना करना पड़ रहा है। न तो मरीज भर्ती हो पा रहे हैं और न ही एमएलसी काटी जा रही है। स्थिति इतनी गंभीर है कि गर्भवती महिलाएं भी इलाज और ऑपरेशन के लिए घंटों परेशान हो रही हैं।
अस्पताल के मल्टी स्पेशलिटी ढांचे के बावजूद हालात इतने खराब हैं कि मरीजों को इलाज के लिए दर-दर भटकना पड़ रहा है। एमएलसी कराने आए एक मरीज के परिजन आशुतोष ने बताया कि शुक्रवार शाम को वह झगड़े में चोट लगने के बाद अस्पताल पहुंचे थे। डॉक्टरों ने कार्ड पर विवरण लिख तो दिया, लेकिन ऑपरेटर न होने के चलते उनकी एमएलसी का प्रिंट आउट नहीं मिल पाया। 24 घंटे से ज्यादा समय बीतने के बाद भी समस्या का समाधान नहीं हुआ।
इसी तरह अन्य मरीजों ने भी शिकायत की कि खिड़की नंबर 38 और 40 पर ऑपरेटर न होने से पर्चियां नहीं लग रही हैं। नतीजतन गर्भवती महिलाएं ऑपरेशन के लिए इंतजार कर रही हैं और कई मरीजों को भर्ती तक नहीं किया जा रहा। मरीजों को दिल्ली रेफर करने की प्रक्रिया भी बाधित हो गई है।
जब इस बारे में अस्पताल के सिविल सर्जन डॉक्टर जयंत आहूजा से लेकर जिला उपायुक्त विक्रम सिंह और स्वास्थ्य मंत्री आरती राव से संपर्क किया गया, तो किसी ने फोन तक नहीं उठाया। इससे स्पष्ट है कि जिम्मेदार अधिकारी और मंत्री जनता की समस्याओं के प्रति गंभीर नहीं हैं। नतीजतन मरीज जिला नागरिक अस्पताल में धक्के खाने को मजबूर हैं। यह हाल उस अस्पताल का है जिसे मल्टी स्पेशलिटी अस्पतालों की तर्ज पर तैयार किया गया था ताकि बेहतर स्वास्थ्य सेवाएं दी जा सकें। लेकिन मौजूदा हालात ने व्यवस्था की पोल खोलकर रख दी है और मरीजों का भरोसा बुरी तरह से टूट रहा है।