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अंजना ओम कश्यप: आपकी इस मुस्कुराहट के दीवाने हजारों हैं….

ज़रूरी नहीं कि हर बात कहकर बताई जाए, मुस्कान में भी कई अफ़साने होते हैं... अंजना की एक मुस्कान बहुत कुछ कह जाती है और जिन्हें समझना है, वह समझ भी जाते हैं. यही तो उनकी कलाकारी है।

New Delhi : (अभिषेक मेहरोत्रा) यूँ तो हजारों हैं जहां में, तुम्हारे हुनर की बात ही अलग है….

अंजना ओम कश्यप पर ये शब्द बिल्कुल सटीक बैठते हैं। जिस तरह वह वक्त के साथ खुद को निखार रही हैं, वह काबिले तारीफ है. हर दिन उनमें कुछ नया देखने को मिलता है, उनका अंदाज, खबरों को पढ़ने का सलीका और मंद मुस्कान के साथ जज्बात बयां करने की कला वाकई कमाल है. अपने शो ‘ब्लैक एंड वाइट’ में जब वह खबरों की परतों को उधेड़ती हैं, तो उनमें एक हुनरमंद पत्रकार दिखाई देता है. जिस तरह उनका AI अवतार और उनमें एकरूपता झलकती है, वो भी अद्भुत, अतुलनीय और अद्वितीय है।

..शो के आखिरी में जब वह एक कोटेशन ये शेर पढ़ती हैं, तो मंझे हुए साहित्यकार, कवि या शायर की झलक देती हैं…और शेर के साथ जब उनके चेहरे पर जो मंद मुस्कान नजर आती है, तो वो सोने पर सुहागा हो जाता है।

 

ज़रूरी नहीं कि हर बात कहकर बताई जाए, मुस्कान में भी कई अफ़साने होते हैं… अंजना की एक मुस्कान बहुत कुछ कह जाती है और जिन्हें समझना है, वह समझ भी जाते हैं. यही तो उनकी कलाकारी है।

अंजना ओम कश्यप आज पत्रकारिता के शिखर पर हैं, वह देश की आवाज हैं, देशवासियों की आवाज हैं और यह सबकुछ उन्होंने अपनी मेहनत से कमाया है. अमूमन सफलता की सबसे ऊंची छोटी पर पहुंचने के बाद लोगों में अहम् आ जाता है, ये अहम् सीखने की संभावना को खत्म कर देता है, क्योंकि व्यक्ति को लगने लगता है कि वही सर्वशक्तिमान, गुणवान और सर्वज्ञता है. लेकिन अंजना के साथ ऐसा बिल्कुल नहीं हैं. न उनमें अहम् है और न ही अहंकार. वह हर दिन कुछ न कुछ सीखने में विश्वास रखती हैं।

वह खुद को पूर्ण मानती हैं, लेकिन परिपूर्ण नहीं, क्योंकि परिपूर्ण का भाव सुधार की संभावना को शिथिल कर देता है. टीवी की दुनिया में कदम रखने से लेकर इंडिया टुडे जैसे प्रतिष्ठित समूह में न केवल अपनी जगह पक्की करना, बल्कि उस मुकाम पर पहुंचना, जहां तक पहुंचना हर किसी के बस की बात नहीं होती. यही दर्शाता है कि वह लगातार सीख रही हैं. वह खुद अपना आकलन करती हैं, खामियों को खोजती हैं और उन्हें दूर करती हैं. यही सामान्य से श्रेष्ठ बनने की प्रक्रिया है।

 

पत्रकारिता की दुनिया में अंजना ओम कश्यप  एक बुलंद आवाज

पत्रकारिता की दुनिया में अंजना ओम कश्यप आज एक बुलंद आवाज हैं, इतनी बुलंद कि जब वह बोलती हैं तो हर कोई सुनता है और वो भी पूरे ध्यान से. ब्लैक एंड वाइट शो की लोकप्रिय यदि आज भी बरकरार है, तो उसकी वजह केवल अंजना ही हैं. उन्होंने दर्शकों को जोड़े रखा है. पहले खबरों के विश्लेषण से वह पत्रकारिता धर्म निभाती हैं, फिर आखिरी में मोटिवेशन पंक्तियों के तौर पर लोगों के दिल पर अपनी छाप छोड़ जाती हैं. आज के समय में अंजना ने अपने शो को जिस तरह सूचना, विश्लेषण और मोटिवेशन का कॉम्बो बनाया है, जो बिरले ही मिलता है।

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