साइबर फ्रॉडस्टर का नया ठिकाना बना पश्चिम बंगाल का तारापीड, 24 परगना बना फेक मोबाइल सीम का सबसे बड़ा ठिकाना
साइबर फ्रॉडस्टर का नया ठिकाना बना पश्चिम बंगाल का तारापीड, 24 परगना बना फेक मोबाइल सीम का सबसे बड़ा ठिकाना
रिपोर्ट: हेमंत कुमार
दिल्ली पुलिस के साउथ वेस्ट डिस्ट्रिक्ट के साइबर पुलिस स्टेशन ने 7 राज्यो से 18 साइबर क्रिमनल्स को गिरफ्तार किया। ये सभी साइबर क्रिमनल्स अलग अलग मोडस ओप्रेण्डी से अलग- अलग लोगो को टारगेट करते थे, इनके टारगेट में ज्यादातर डिफेंस से जुड़े अधिकारी है। साउथ वेस्ट जिले की अलग अलग टीमो ने राज्यस्थान, झारखंड,मध्यप्रदेश, बिहार उत्तर प्रदेश, महाराष्ट्र और पश्चिम बंगाल से इन आरोपियों की गिरफ्तारी की है।
दिल्ली पुलिस ने इसमे अहम खुलासा किया है कि झारखंड के जामताड़ा जो साइबर क्रिमनल्स का बड़ा अड्डा था वहां से अब पश्चिम बंगाल के तारापीठ की तरफ शिफ्ट हो रहे है और ये साइबर फ्रॉड में शामिल होने वाली मोबाइल सिम भी पश्चिम बंगाल के 24 परगना से लेते थे। साइबर फ्रॉडस्टर लगातार नए- नए तरह की मोडस ओप्रेण्डी अपना रहे है और आम लोगो के खातों को अपना निशाना बना रहे है। एक तरीके मे आरोपी फ्रॉड के पैसे को पेट्रोल और डीजल के कार्ड में ट्रांसफर कर देते थे.. और वहां से पैसा निकालते थे। कुछ फ्रॉडस्टर लोगो को स्टॉक एक्सचेंज में पैसे लगाने को लेकर गलत जानकारी के जरिए उनके खातों की जानकारी लेकर उनकी जमा राशि पर डाका डालते है। कुछ साइबर फ्रॉड 99 acer जैसी ऑनलाइन साइड पर प्रोपेर्टीकी फेक डील के जरिए आम लोगो को ठग लेते थे।
इन पकड़े गए आरोपियों ने गूगल पर अपने किसी फेक प्रोडक्ट पर रिव्यु करवाने की एवज मे पैसो का ट्रांसेक्शन करवाने का लालच देते और उनके एकाउंट की पर्सनल डिटेल्स लेकर उनके पैसे निकाल लेते थे। पुलिस ने इन आरोपियों मे एक महिला को भी कानपुर से गिरफ्तार किया है जिसने सोशल मीडिया पर फेमस एक महिला की मॉर्फ्ड और न्यूड फ़ोटो इसलिए वायरल कर दी क्योंकि वो उसको नापसंद करती थी। पुलिस का कहना है कि ज्यादातर आरोपी अच्छे खासे पढ़े लिखे है और इनको टेक्नोलॉजी की अच्छी खासी जानकारी है और इनकी स्पीकिंग स्किल्स भी काफी अच्छी होती है यही कारण है कि ये ऊंचे पदों पर बैठे लोगों को भी आसानी से अपने झांसे मे फंसा लेते है। इनके पास से करीब 7 करोड़ रुपए के पास इनके एकाउंट में सीज किया है। बरहाल पुलिस की जांच लगातार जारी है पुलिस का कहना है कि इन आरोपियों के आपसे के लिंक खंगाले जा रहे है और इन लोगो और किन किन तरीको से लोगो को ठगा है उसकी जांच की जा रही है।