
नई दिल्ली, 20 सितंबर : रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह ने भारतीय सेना के सर्वोच्च पुरस्कार ‘परमवीर चक्र’ से सम्मानित सैनिकों के सम्मान में अंडमान और निकोबार ‘ओपन वॉटर तैराकी अभियान’ का शुभारंभ शुक्रवार को नई दिल्ली से हाइब्रिड मोड पर किया।
दरअसल, प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने 23 जनवरी, 2023 को नेताजी सुभाष चंद्र बोस की जयंती के उपलक्ष्य में आयोजित पराक्रम दिवस पर अंडमान और निकोबार के 21 सबसे बड़े अनाम द्वीपों का नाम परमवीर चक्र पुरस्कार विजेताओं के नाम पर रखा था। इन द्वीपों के नामकरण की पहली वर्षगांठ मनाने के लिए त्रि-सेवा अंडमान और निकोबार कमान ने ‘अभियान परमवीर’ शुरू किया है।
इस अभियान में भारतीय सेना, भारतीय नौसेना, भारतीय वायु सेना और भारतीय तटरक्षक बल के कर्मियों की एक टीम ने 21 वीरता पुरस्कार विजेताओं की वीरता और बलिदान को श्रद्धांजलि देने के लिए सभी 21 द्वीपों के पानी में तैराकी की और प्रत्येक द्वीप पर राष्ट्रीय ध्वज फहराया। 11 सदस्यीय अभियान दल का नेतृत्व प्रशंसित ओपन वाटर तैराक और तेनजिंग नॉर्वे नेशनल एडवेंचर अवार्डी विंग कमांडर परमवीर सिंह ने किया।
अभियान के दौरान तैराकों को कई चुनौतियों का सामना करना पड़ा, जिसमें गंभीर थकावट, अत्यधिक निर्जलीकरण, सनबर्न और अशांत समुद्री परिस्थितियाँ शामिल थीं। क्षेत्र में कई बार घातक समुद्री जीवों से मुठभेड़ भी हुई। पूरा अभियान बिना किसी दुर्घटना के पूरा हुआ, यह एक शानदार उपलब्धि है, क्योंकि भाग लेने वाले अधिकांश कर्मचारी पहली बार खुले पानी में समुद्र में तैराकी कर रहे थे। कार्यक्रम के दौरान रक्षा मंत्री के साथ चीफ ऑफ डिफेंस स्टाफ जनरल अनिल चौहान, थल सेनाध्यक्ष जनरल उपेंद्र द्विवेदी, अंडमान एवं निकोबार कमान के कमांडर-इन-चीफ एयर मार्शल साजू बालकृष्णन और अन्य वरिष्ठ अधिकारी मौजूद रहे।