फर्जी तरीके से रेलवे के ई-टिकट बनाने वाले दबोचे
फर्जी तरीके से रेलवे के ई-टिकट बनाने वाले दबोचे
अमर सैनी
नोएडा। रेलवे पुलिस ने रेलवे के ई-टिकट का अवैध रूप से व्यापार करने वाले तीन आरोपियों को बुधवार को गिरफ्तार किया। तीनों अवैध सॉफ्टवेयर की मदद से फर्जी रूप से ई-टिकट तैयार करते थे और यात्रियों को तत्काल में इन्हें उपलब्ध कराने का झांसा देकर चार से 10 गुना तक रुपये वसूलते थे। रेलवे पुलिस ने तीनों को अदालत में पेश कर जेल भेज दिया।
रेलवे पुलिस की एक टीम ने बुधवार को नोएडा के इटेडा गांव में छापेमारी की। टीम ने वहां से गजेंद्र सिंह, दिनेश पाल और मोफज्जल हुसैन को गिरफ्तार किया। उनके पास से आईफोन, लैपटॉप और प्रिंटिंग मशीन बरामद की गई है। ये लोग साइबर कैफे और जन सुविधा केंद्र की आड़ में रेलवे के अवैध की टिकट बनाते थे। तीनों तत्काल में ई-टिकट उपलब्ध कराने का हवाला देकर लाखों रुपये की अवैध कमाई कर रहे थे। इससे रेलवे को राजस्व का नुकसान हो रहा था।
रेलवे पुलिस के प्रभारी एस.के वर्मा ने बताया कि जब इन लोगों से सख्ती से पूछताछ की गई तो उन्होंने बताया कि यह प्रतिबंधित सॉफ्टवेयर की मदद से टिकट तैयार करते थे। वे इन टिकटों को तत्काल के नाम पर कई गुना अधिक रुपये लेकर ग्राहकों को बेचते थे। वे पिछले दो वर्ष से इस काम में लिप्त थे और 15 लाख रुपये से अधिक की कमाई कर चुके थे। पुलिस ने उनके पास से अवैध ई-टिकट से कमाए गए एक लाख से अधिक रुपये बरामद किए हैं।