
नई दिल्ली, 4 सितंबर : मजदूर व कर्मचारी विरोधी नीतियों के खिलाफ वीरवार को जंतर -मंतर पर प्रदर्शन एवं विरोध सभा का आयोजन किया गया। इस दौरान ऑल इंडिया यूनाइटेड ट्रेड यूनियन सेंटर (एआईयूटीयूसी) के अध्यक्ष ने कहा कि देश का श्रमिक वर्ग आज आर्थिक क्षेत्र सहित जीवन के हर क्षेत्र में सरकारों की कुनीतियों से परेशान और विक्षोभित है।
वहीं यूनियन के विजय कुमार ने कहा कि व्यापक विरोध के बाद भी श्रमिकों के संघर्ष से हासिल अधिकारों को समाप्त करने वाले लेबर कोड रद्द नहीं किए गए हैं। देश में सरकारी स्वास्थ्य और शिक्षा के क्षेत्र में कार्यरत कर्मियों की सेवाओं का निजीकरण, निगमीकरण और आउटसोर्सिंग किया जा रहा है। ओल्ड पेंशन स्कीम लागू नहीं की जा रही। पेट्रोल-डीजल व खाद्य पदार्थो की महंगाई पर कोई अंकुश नहीं लगा है। भवन निर्माण, फैक्ट्री मजदूर, रेड्डी-पटरी, ऑटो, रिक्शा, घरेलू कामगार, आशा, आंगनबाड़ी, मिड डे मिल, गिग वर्कर्स सभी के सभी आज अनेक श्रमिक समस्याओं और सरकारी उपेक्षा व श्रमिक विरोधी नीतियों के शिकार हैं। इतने पर भी छंटनी, तालाबंदी, बेरोजगारी को रोकने की कोई नीति नहीं है।
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