Mumbai CNG Crisis: मुंबई में ऑटो-टैक्सी बंद होने की चेतावनी, सीएनजी संकट से शहर की रफ्तार थमने का खतरा

Mumbai CNG Crisis: मुंबई में ऑटो-टैक्सी बंद होने की चेतावनी, सीएनजी संकट से शहर की रफ्तार थमने का खतरा
मुंबई में सोमवार शाम तक ऑटो और टैक्सियाँ सड़कों से पूरी तरह गायब हो सकती हैं। मुंबई ऑटो रिक्शा और टैक्सी मेन यूनियन ने साफ चेतावनी दी है कि अगर कुछ ही घंटों में सीएनजी की सप्लाई पूरी तरह बहाल नहीं होती, तो शहर में सार्वजनिक परिवहन गंभीर रूप से प्रभावित होगा। फिलहाल केवल वे ही ऑटो और टैक्सियाँ चल पा रही हैं जिनकी टंकियों में थोड़ा-बहुत सीएनजी बचा हुआ है।
यूनियन अध्यक्ष शशांक राव ने बताया कि मुंबई में संपीड़ित प्राकृतिक गैस (CNG) की आपूर्ति बाधित होने से हालात बेहद खराब हो गए हैं। उनके अनुसार, अगर स्थिति नहीं सुधरी, तो आज शाम तक 30,000 से अधिक काली-पीली टैक्सियाँ और करीब 2.80 लाख ऑटो रिक्शा सड़कों से हट सकते हैं। यह स्थिति शहर के लिए बड़ी चुनौती साबित होगी, क्योंकि शाम का समय कामकाजी यात्रियों के लिए सबसे व्यस्त होता है।
राव ने कहा कि “अगर आगामी कुछ घंटों में सप्लाई नॉर्मल नहीं हुई, तो पूरे शहर में ऑटो और टैक्सियाँ ठप हो जाएँगी। अभी हमें यह भी पता नहीं कि सप्लाई कब तक बहाल होगी, क्योंकि एमजीएल की तरफ से कोई स्पष्ट अपडेट नहीं मिला है।”
मुंबई में सीएनजी संकट इसलिए पैदा हुआ क्योंकि महानगर गैस लिमिटेड (MGL) की वडाला स्थित सिटी गेट स्टेशन की सप्लाई लाइन रविवार 16 नवंबर को क्षतिग्रस्त हो गई थी। लाइन की मरम्मत के बाद गैस का प्रवाह तो शुरू कर दिया गया, लेकिन वह बेहद सीमित दबाव में है, जिससे सीएनजी पंप सामान्य रूप से संचालन नहीं कर पा रहे।
मुंबई महानगर क्षेत्र में कुल 4.70 लाख से ज्यादा ऑटो रिक्शा पंजीकृत हैं, जबकि राजधानी मुंबई में ही लाखों लोग रोजाना ऑटो और टैक्सियों पर निर्भर रहते हैं। यूनियन का कहना है कि अगर सप्लाई जल्द ठीक नहीं हुई, तो शहर में यात्रा करना बेहद मुश्किल हो जाएगा और पब्लिक ट्रांसपोर्ट पूरी तरह अस्त-व्यस्त हो सकता है।
सीएनजी आपूर्ति कब पूरी तरह ठीक होगी, इस बारे में कोई स्पष्टता नहीं है। इससे यात्रियों, ड्राइवरों और पूरे परिवहन तंत्र में भारी चिंता का माहौल है।
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