नई दिल्ली, 29 नवम्बर :स्तन कैंसर के सटीक इलाज के लिए जामिया मिल्लिया इस्लामिया ( जेएमआई) ने एक मल्टी टार्गेटेड मेडिसिन की खोज की है जो कृत्रिम बुद्धिमत्ता (एआई) की मदद मरीज के रोग ग्रस्त कोशिकाओं में इजाफा करने वाले सभी प्रोटीन पर एक साथ असर करती है।
इस दवा की खोज करने वाले शोधकर्ता और जेएमआई के कंप्यूटर विज्ञान विभाग के एसोसिएट प्रोफेसर डॉ. खालिद रजा ने शुक्रवार को बताया कि अभी दवा पहले चरण में है। जल्द ही हम इसे एनिमल ट्रायल के फेज में ले जाएंगे। इस दौरान चूहों पर दवा का ट्रायल किया जाएगा। ट्रायल के परिणाम सफल होने के बाद दवा का मानव परीक्षण किया जाएगा। उन्होंने कहा, उम्मीद है कि यह दवा बाजार में आने के बाद स्तन कैंसर से जान गंवाने वाली महिलाओं के जीवन बचाने में बेहद कारगर साबित होगी।
जेएमआई के मुताबिक डॉ. खालिद रजा के शोध को लैब से पशु मॉडल तक ले जाने के लिए भारतीय चिकित्सा अनुसंधान परिषद ने ₹94 लाख का रुपये अनुसंधान अनुदान प्रदान किया है। यह महत्वपूर्ण निधि दवा डिजाइन के लिए कृत्रिम बुद्धिमत्ता के क्षेत्र में डॉ. रजा के उत्कृष्ट योगदान को उजागर करती है। इससे स्तन कैंसर के लिए सटीक और प्रभावी उपचार के लिए कृत्रिम बुद्धिमत्ता का लाभ उठाने में अभिनव अनुसंधान का मार्ग प्रशस्त होगा ।