नई दिल्ली, 8 सितम्बर : द्वारका के इंदिरा गांधी अस्पताल में रेनटेक, एविल, ट्रामाडोल, डायजेपाम व बीटाडीन जैसी सामान्य दवाएं और इंजेक्शन तक उपलब्ध नहीं है जिसके चलते अस्पताल आने वाले मरीजों को भारी असुविधा का सामना करना पड़ रहा है।
अस्पताल में दवा की भारी कमी होने का खुलासा अस्पताल प्रशासन ने स्वयं एक लिस्ट बनाकर किया है जिसमें गोली, सीरप, क्रीम और इंजेक्शन सहित 45 दवाओं के नाम शामिल हैं। इनमें मरीज के शरीर में नमक एवं इलेक्ट्रोलाइट के स्तर बढ़ाने वाला नार्मल सेलाइन से लेकर ह्रदय की जांच के लिए जरुरी ईसीजी मशीन का रोल और सिरिंज भी शामिल है। यहां तक कि अस्पताल में मरीज को एक्सरे तक की सुविधा नहीं मिल पा रही है। क्योंकि मशीन से एक्सरे तो हो रहे हैं। मगर एक्सरे की छवि दर्शाने वाली फिल्म ही अस्पताल में उपलब्ध नहीं है।
दरअसल, अस्पताल के डॉक्टरों ने दवाओं की कमी के बाबत मरीजों के आक्रोश की बात चिकित्सा निदेशक समेत अन्य आला अफसरों तक पहुंचाई तो अस्पताल प्रशासन ने पीछे से आपूर्ति न होने के चलते स्टॉक में दवाओं की भारी कमी होने की बात कही। इस पर डॉक्टरों ने कहा कि जो दवा उपलब्ध नहीं है उनकी एक सूची बनाकर प्रदर्शित की जाए ताकि मरीजों को पता चल सके कि अस्पताल में अमुक अमुक दवाइयां उपलब्ध नहीं हैं। चूंकि, दवा न मिलने पर मरीज हमसे झगड़ते हैं और हमें जिम्मेदार ठहराते हैं। इसके बाद अस्पताल प्रशासन ने लिस्ट जारी कर दी।
इस संबंध में इंदिरा गांधी अस्पताल के रेजिडेंट डॉक्टर एसोसिएशन के पूर्व अध्यक्ष डॉ संदीप डागर ने बताया कि यह स्थिति पिछले एक साल से चल रही है। दिल्ली सरकार के पास एक्सरे की फिल्म खरीदने के लिए भी पैसे नहीं हैं जिसके चलते मरीज को एक्सरे के बाद भी एक्सरे फिल्में नहीं मिल पाती हैं। इस अस्पताल का बुनियादी ढांचा अच्छा होने के बावजूद बर्बाद किया जा रहा है।