‘Intel CEO नाकारा है, तुरंत इस्तीफा दे’, Donald Trump का तीखा हमला,शेयरों में भारी गिरावट
Intel CEO Lip-Boo Tan: Donald Trump ने Intel के CEO लिप-बू टैन को "नाकारा" बताते हुए तुरंत इस्तीफे की मांग की है। इस बयान के बाद Intel के शेयर 2.82% लुढ़क गए। जानिए इस विवाद की पूरी वजह और पृष्ठभूमि।

Intel CEO Lip-Boo Tan: Donald Trump ने Intel के CEO लिप-बू टैन को “नाकारा” बताते हुए तुरंत इस्तीफे की मांग की है। इस बयान के बाद Intel के शेयर 2.82% लुढ़क गए। जानिए इस विवाद की पूरी वजह और पृष्ठभूमि।
Donald Trump का सीधा हमला: Intel CEO को बताया ‘नाकारा’
अमेरिका के पूर्व राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप ने एक बार फिर टेक इंडस्ट्री में हलचल मचा दी है। इस बार उनका निशाना बना है Intel कंपनी और इसके Intel CEO Lip-Boo Tan। ट्रंप ने अपने सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म Truth Social पर तीखा बयान देते हुए कहा:
“Intel के CEO काम के नहीं हैं और उन्हें तुरंत इस्तीफा दे देना चाहिए।“
ट्रंप के इस बयान के बाद Intel के शेयर गुरुवार को 2.82% गिरकर 19.84 डॉलर पर पहुंच गए। शेयर बाजार में यह एक बड़ी गिरावट मानी जा रही है।
Intel CEO Lip-Boo Tan पर सवाल
मार्च 2025 में Pat Gelsinger की जगह Lip-Bu Tan को Intel का नया CEO नियुक्त किया गया था। लेकिन अब उनकी चीन से जुड़ी व्यावसायिक गतिविधियों को लेकर सवाल खड़े हो गए हैं।
अमेरिकी सीनेटर टॉम कॉटन ने Intel के चेयरमैन को एक पत्र लिखकर पूछा है कि क्या टैन ने चीन की कंपनियों, चाइनीज कम्युनिस्ट पार्टी (CCP) और पीपल्स लिबरेशन आर्मी (PLA) से जुड़े अपने निवेशों से खुद को अलग किया है?
कॉटन ने यह भी याद दिलाया कि टैन पहले Cadence Design Systems के CEO थे, जहां 2021 में एक क्रिमिनल केस सामने आया था।
Intel CEO Lip-Boo Tan: अमेरिकी टेक पॉलिसी पर असर
यह मामला अब केवल एक राजनीतिक विवाद नहीं रह गया है। अमेरिका और चीन के बीच चल रहे टेक वॉर की पृष्ठभूमि में यह विवाद एक नीतिगत संकट बन सकता है। इससे न सिर्फ Intel बल्कि अन्य अमेरिकी टेक कंपनियों की निवेश नीति, सुरक्षा और पारदर्शिता पर भी सवाल उठ सकते हैं।
Intel CEO Lip-Boo Tan: शेयर बाजार में गिरावट
खबर लिखे जाने तक, Intel के शेयर NASDAQ पर 2.82% की गिरावट के साथ $19.84 पर ट्रेड कर रहे थे। पिछले एक महीने में यह स्टॉक लगभग 10% तक टूट चुका है।
Donald Trump का यह बयान केवल एक राजनीतिक स्टेटमेंट नहीं बल्कि अमेरिकी टेक इंडस्ट्री के लिए गंभीर संकेत है। अगर आने वाले दिनों में Intel बोर्ड इस पर कार्रवाई करता है, तो टैन का भविष्य संकट में आ सकता है। साथ ही, इस घटनाक्रम से यह भी स्पष्ट होता है कि अमेरिकी कंपनियों के CEO पद पर पारदर्शिता और राष्ट्रीय हित अब एक बड़ी प्राथमिकता बनती जा रही है।