दिल्लीभारत

नई दिल्ली: महिला मतदाताओं ने 40 विधानसभा क्षेत्रों को किया प्रभावित

नई दिल्ली: -पुरुषों के 60.20% मतदान के मुकाबले महिलाओं ने किया 60.92% मतदान

नई दिल्ली, 8 फरवरी: इस बार दिल्ली की महिला मतदाता ना सिर्फ विधानसभा चुनाव में मतदान करने के मामले में सबसे आगे रही हैं। बल्कि दिल्ली के 40 विधानसभा क्षेत्रों के चुनाव परिणामों को प्रभावित करने में भी सफल रही हैं।

दरअसल, यह पहला मौका है जब दिल्ली में पहली बार महिला मतदाताओं ने मत प्रतिशत के हिसाब से पुरुषों को पछाड़ दिया है। इस मतदान के पीछे चुनाव प्रचार के दौरान तीनों प्रमुख राजनीतिक दलों (आप, भाजपा, कांग्रेस) द्वारा महिलाओं को साधने के लिए लोकप्रिय और कल्याणकारी योजनाओं की घोषणाएं करना एक बड़ा कारण बनकर सामने आया है। राजनीतिक दलों ने महिलाओं को अपने पाले में लाने की पूरी कोशिश भी की। माहौल भी बनाया और चुनाव की घोषणा से पहले से ही महिला संबंधी मुद्दे हाइप हो गए।

ऐसे में महिला मतदाताओं ने भी अपने मताधिकार का जमकर प्रयोग किया और अपने वोट से चुनाव परिणाम निर्धारित करने में अहम भूमिका निभाई। उन्होंने अपने वोट से 70 सदस्यीय विधानसभा के चुनाव परिणाम का रुख बदल दिया और 36 सीटें जीतने को लालायित तमाम राजनीतिक दलों में से भाजपा पर विश्वास किया। फलस्वरूप मौजूदा विधानसभा में 8 सदस्यों वाली भाजपा को अविश्वसनीय तरीके से 48 सीटों तक पहुंचा दिया।

चुनाव में सबसे पहले आम आदमी पार्टी (आप) ने महिलाओं को हर महीने 2100 रुपये आर्थिक सहायता के रूप में देने की घोषणा की। इसके बाद भारतीय राष्ट्रीय कांग्रेस (कांग्रेस) व भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) ने भी महिलाओं को हर महीने 2500 रुपये देने का वादा कर दिया। भाजपा ने तो एक कदम आगे जाकर गर्भवती महिलाओं को 21 हजार रुपये, गरीब महिलाओं को 500 रुपए में गैस सिलेंडर और होली व दीपावली में मुफ्त सिलेंडर देने की घोषणा भी कर दी। लिहाजा, महिलाओं ने मतदान में बढ़ -चढ़कर हिस्सा लिया और उनका मत प्रतिशत 60.92 प्रतिशत पर पहुंच गया। जबकि पुरुषों का मत प्रतिशत 60.20 % रहा।

हालांकि, पुरुष मतदाताओं की कुल संख्या अधिक होने के कारण इस बार छह लाख 34 हजार 337 वोट ज्यादा डाले गए हैं। बीते 2020 के चुनाव में 31 विधानसभा क्षेत्रों में महिलाओं का मत प्रतिशत पुरुषों से अधिक था। इससे पहले वर्ष 2015 में 15 विधानसभा क्षेत्रों में महिलाओं का मत प्रतिशत अधिक दर्ज किया गया था। 2025 के आंकड़ों के मुताबिक दिल्ली के 40 विधानसभा क्षेत्रों में महिलाओं का मत प्रतिशत पुरुषों के मुकाबले ज्यादा रहा है। वहीं, 30 विधानसभा क्षेत्रों में पुरुषों का मत प्रतिशत अधिक दर्ज हुआ है।

मुस्लिम, दलित और महिला से थी आस
दिल्ली का वोटर अरविंद केजरीवाल और नरेंद्र मोदी को अलग-अलग नजरिए से देखता है जिसकी बानगी पिछले लोकसभा चुनाव और विधानसभा चुनाव के परिणामों के रूप में देखी गई। दिल्ली में तीन (मुस्लिम, दलित और महिला) ऐसे वर्ग हैं जो आम आदमी पार्टी को मजबूती प्रदान करते हैं। आप का फोकस इन्हीं तीनों पर था लेकिन 13 प्रतिशत मुस्लिम आबादी, 17 प्रतिशत दलित और महिला वोटर का साथ भी केजरीवाल सरकार को चौथा कार्यकाल नहीं दिला सका। हालांकि,आप के रणनीतिकार मान रहे थे कि इस बार अगर महिलाओं के वोट में थोड़ा बहुत बदलाव होता भी है, तो दलित, मुस्लिम और महिला वोटर मिलकर आम आदमी पार्टी की जीत सुनिश्चित करने में मदद करेंगे। लेकिन पीएम मोदी की गारंटी वाले भाजपा के संकल्प पत्र और शराब घोटाले व शीश महल ने आप का किला ध्वस्त कर दिया।

विधानसभा चुनाव में कुल मतदान व महिला पुरुष वोटिंग के आंकड़े

दिल्ली में कुल वोटर- 1,56,14,000
पुरुष मतदाता- 83,76,173
महिला मतदाता- 72,36,560
थर्ड जेंडर मतदाता- 1267

चुनाव में कुल वोटिंग – 94,51,997
पुरुष वोटर ने डाले कुल वोट- 50,42,966
महिला वोटर ने डाले कुल वोट- 44,08,629
थर्ड जेंडर वोटर ने डाले कुल वोट- 402

मलाइका अरोड़ा ने अर्जुन कपूर के साथ ब्रेकअप की खबरों के बीच अपनी इंस्टाग्राम स्टोरीज पर एक रहस्यमयी पोस्ट शेयर की, कहा ‘हममें से हर किसी के पास सिर्फ़…’

Related Articles

Back to top button