
नई दिल्ली, 4 जून : हाल ही में कोरोना संक्रमण के मामलों में हुई वृद्धि के मद्देनजर स्वास्थ्य सेवा महानिदेशालय (डीजीएचएस) ने एक उच्च स्तरीय बैठक का आयोजन किया। इस दौरान देश के तमाम राज्यों में कोविड-19 की वर्तमान स्थिति और संक्रमण से निपटने संबंधी तैयारियों का मूल्यांकन किया गया ताकि कोरोना संक्रमण के मामलों में कमी लाई जा सके।
दो दिन लगातार चली बैठक में आपदा प्रबंधन प्रकोष्ठ, आपातकालीन प्रबंधन प्रतिक्रिया प्रकोष्ठ, राष्ट्रीय रोग नियंत्रण केंद्र, भारतीय आयुर्विज्ञान अनुसंधान परिषद, एकीकृत रोग निगरानी कार्यक्रम और दिल्ली में केंद्र सरकार के अस्पतालों के प्रतिनिधियों के साथ सभी राज्यों और केंद्र शासित प्रदेशों के प्रतिनिधियों ने शिरकत की। बैठक की अध्यक्षता स्वास्थ्य सेवा महानिदेशक डॉ. सुनीता शर्मा ने की। इस दौरान राज्यों को ऑक्सीजन, आइसोलेशन बेड, वेंटिलेटर और आवश्यक दवाओं की उपलब्धता सुनिश्चित करने, इन्फ्लूएंजा (आईएलआई) और गंभीर तीव्र श्वसन बीमारी (एसएआरआई) की बारीकी से निगरानी करने के निर्देश दिए गए।
देशभर में सार्वजनिक सलाह का प्रसार करने के लिए कहा गया। लोगों को सलाह दी गई है कि वे हाथ साफ रखें, खांसते समय शिष्टाचार का पालन करें और अस्वस्थ होने पर भीड़-भाड़ वाली जगहों पर जाने से बचें। गंभीर श्वसन संबंधी बीमारी वाले व्यक्ति अपनी निगरानी स्वयं करें और लक्षण बिगड़ने पर चिकित्सा सहायता प्राप्त करें। गलत सूचना और अफवाहों से बचने के लिए केंद्रीय स्वास्थ्य मंत्रालय की वेबसाइट और पीआईबी विज्ञप्ति जैसे विश्वसनीय स्रोतों का पालन करें। इसके अलावा 5 जून को विभिन्न अस्पतालों में मॉक ड्रिल करने की योजना बनाई गई है।