उत्तर प्रदेश, गाजियाबाद: गाजियाबाद में डकैती : कदम- कदम की जानकारी थी लुटेरों के पास, घरेलू नौकर और गार्ड पुलिस रडार पर
उत्तर प्रदेश, गाजियाबाद: गाजियाबाद में डकैती : कदम- कदम की जानकारी थी लुटेरों के पास, घरेलू नौकर और गार्ड पुलिस रडार पर
अमर सैनी
उत्तर प्रदेश, गाजियाबाद। कविनगर की कोठी ए-101 में डकैती की वारदात को अंजाम देने पहुंचे लुटेरों के पास कदम- कदम की जानकारी थी। उन्हें पूरी जानकारी थी कि कहां कैश मिलेगा और कहां ज्वैलरी। उद्योगपति के घर वारदात को अंजाम देने के लिए जानबूझकर ऐसा समय चुना गया था जब बुजुर्ग दंपति घर में अकेले थे। कारोबार संभाल रहा आरडी गुप्ता गुप्ता को बेटा गौरव गुप्ता दोनों बेटियों के साथ बाहर था। गौरव गुप्ता के दो बेटियां हैं, एक विदेश में रहती है और दूसरी अजमेर में पढ़ती है। सर्दी की छुट्टियों में दोनों बेटियां गाजियाबाद आई हुई थीं और अपने पिता के साथ गोवा घूमने गई थीं। घरेलू नौकर चंदन ने इसे अच्छा मौका मानते हुए मंगलवार शाम वारदात को अंजाम दिलाया।
लुटेरों ने आरडी गुप्ता और गेट पर तैनात गार्ड विष्णु से मोबाइल भी लूटा था लेकिन अपने साथ ले जाने के बजाय उनके घर में ही छिपाकर चले गए। गार्ड विष्णु और घरेलू नौकर चंदन, दोनों बिहार के सुपौल के निवासी हैं। वारदात की जानकारी होने पर पड़ोसी ने फोन करके पुलिस को वारदात की जानकारी दी थी। पुलिस जांच में यह बात भी सामने आई है कि लुटेरों की संख्या चार से पांच रही होगी। इसलिए पुलिस ने भारतीय न्याय संहिता की धारा- 310 (2) के तहत डकैती का मुकदमा दर्ज किया है। कोठी पर दो गार्ड तैनात थे। विनोद दिन में डयूटी करता था और विष्णु रात में। वारदात के समय विष्णु की डयूटी थी और शाम को करीब सात विनोद डयूटी से चला गया था। वह भी फरार है और उसका मोबाइल फोन बंद है। पुलिस विनोद को भी तलाश कर रही है। पुलिस का यह भी मानना है कि विनोद की डयूटी के दौरान ही दोनों लुटेरे कोठी में दाखिल हो गए थे और पहले तल पर छिपे हुए थे।
चंदन की तलाश में जुटी हैं तीन टीमें
डीसीपी सिटी राजेश कुमार ने बताया कि मामले में कुछ लोगों को हिरासत में लेकर पूछताछ की जा रही है। चंदन की तलाश में तीन टीमें लगी हैं। उन्होंने बताया कि पीड़ित ने अपनी तहरीर में लूटे गए गहनों की कीमत 80 लाख रुपये बताई है, जबकि कैश 25 लाख रुपये बताया गया है। घरेलू नौकर चंदन अपने दो- तीन साथियों के साथ कोठी के बाहर से नगदी और गहनों के बारे में लुटेरों को जानकारी दे रहा था।
क्या था पूरा मामला
लोहे की फैक्टरियों के मालिक 78 वर्षीय रामदास गुप्ता अपनी 77 वर्षीय पत्नी सुमित्रा गुप्ता के साथ कविनगर के ए ब्लॉक स्थित कोठी नंबर 101 में थे। घर में उनका नौकर चंदन और गेट पर गार्ड विष्णु तैनात था। मंगलवार शाम करीब साढ़े आठ बजे चंदन कोठी से बाहर निकला और हाथों में चाकू लिए दो लुटेरों ने ड्राईंग रूम में प्रवेश किया, जहां रामदास गुप्ता और उनकी पत्नी टीवी देख रहे थे। रामदास गुप्ता ने पूछा कौन हो? बोले लुटेरे हैं हम। माल निकालो। इस बीच लुटेरे सुमित्रा गुप्ता का भी गला पकड़ चुके थे। लुटेरों ने घर में रखा कैश और स्टोर रूम सोने और हीरे के गहने लूट लिए।
दंपति ने शांत रहकर जान बचाई
दंपति ने जान बचाने के लिए किसी तरह का विरोध नहीं किया। करीब 10 बजे, जब काफी देर तक आवाज नहीं आई तो रामदास गुप्ता बाहर निकले। लुटेरे कैश और ज्वैलरी लूटकर फरार हो चुके थे। पड़ोसी को घटना के बारे में बताया, पड़ोसी ने ही पुलिस को सूचना दी थी। सूचना पर डीसीपी राजेश कुमार और एसीपी अभिषेक श्रीवास्तव फोर्स के साथ मौके पर पहुंचे थे।
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