जिला अस्पताल में इलाज के नाम पर मांगे 4 हजार रुपये
जिला अस्पताल में इलाज के नाम पर मांगे 4 हजार रुपये

अमर सैनी
नोएडा। सेक्टर-39 स्थित जिला अस्पताल के एक वार्ड बॉय पर इलाज के नाम पर एक मरीज से 4000 रुपये मांगने का आरोप लगा है। इस घटना ने अस्पताल प्रबंधन की कार्यप्रणाली पर सवाल खड़े कर दिए हैं। पीड़ित ने इस मामले की शिकायत अस्पताल की सीएमएस (मुख्य चिकित्सा अधीक्षक) डॉ. रेनू अग्रवाल से की है, जिसके चलते अस्पताल प्रशासन हरकत में आया है।
पीड़ित रश्मि जिंदल का कहना है कि जब वह इलाज के लिए अस्पताल पहुंची तो वहां मौजूद एक वार्ड बॉय ने उसे इलाज में मदद का भरोसा दिया। लेकिन बदले में उसने 4000 रुपये की मांग की। मरीज ने यह रकम देने में असमर्थता जताई, जिसके बाद वार्ड बॉय ने इलाज में देरी और अन्य तरह की परेशानियों का हवाला दिया। मरीज को लगा कि बिना पैसे दिए इलाज कराना मुश्किल होगा, जिसके चलते वह मानसिक रूप से काफी परेशान हो गया। आखिरकार मरीज ने मामले को अस्पताल की सीएमएस डॉ. रेनू अग्रवाल के संज्ञान में लाया। उन्होंने शिकायत को गंभीरता से लेते हुए तत्काल जांच के आदेश दिए। डॉ. अग्रवाल ने भरोसा दिलाया कि इस तरह की अनैतिक गतिविधियों को कतई बर्दाश्त नहीं किया जाएगा और दोषियों के खिलाफ सख्त कार्रवाई की जाएगी। उन्होंने यह भी कहा कि सरकारी अस्पतालों में इलाज पूरी तरह से मुफ्त है और इस तरह से पैसे मांगना न केवल कानून का उल्लंघन है, बल्कि नैतिकता के भी खिलाफ है।
वार्ड बॉय के खिलाफ सख्त होगी कार्रवाई
सीएमएस डॉ. रेणु अग्रवाल ने जांच टीम को मामले की गहनता से जांच करने और दोषी पाए जाने पर वार्ड बॉय के खिलाफ सख्त कार्रवाई करने के निर्देश दिए हैं। अस्पताल प्रशासन ने यह भी साफ किया कि अस्पताल में किसी भी तरह की अनियमितता बर्दाश्त नहीं की जाएगी और मरीजों को भयमुक्त और सुरक्षित माहौल मुहैया कराया जाएगा। यह घटना जिला अस्पताल की छवि को धूमिल करने वाली है, जहां लोगों को मुफ्त और निष्पक्ष इलाज मिलना चाहिए। ऐसी घटनाएं अस्पताल के प्रति लोगों के भरोसे को कम कर सकती हैं। सीएमएस ने मामले को गंभीरता से लेते हुए दोषी के खिलाफ कार्रवाई का भरोसा दिलाया है, यह इस बात का संकेत है कि अस्पताल प्रशासन ऐसी गतिविधियों को रोकने के लिए प्रतिबद्ध है।