Generic Medicines: मोदी सरकार की जनऔषधि योजना बनी जनता की बड़ी राहत, 11 साल में 40 हजार करोड़ की बचत

Generic Medicines: मोदी सरकार की जनऔषधि योजना बनी जनता की बड़ी राहत, 11 साल में 40 हजार करोड़ की बचत
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की महत्वाकांक्षी योजना प्रधानमंत्री भारतीय जनऔषधि परियोजना (PMBJP) आज लाखों परिवारों के लिए उम्मीद का बड़ा आधार बन चुकी है। अच्छी क्वालिटी और कम दाम पर दवाएं उपलब्ध कराने के मकसद से शुरू की गई यह योजना अब देश में जेनेरिक दवाओं का सबसे विश्वसनीय ब्रांड बन गई है। पिछले 11 वर्षों में जनऔषधि केंद्रों से दवाएं खरीदने से जनता के करीब 40 हजार करोड़ रुपये की बचत हुई है, जो इसकी प्रभावशीलता का सबसे बड़ा प्रमाण है।
भारत पहले ही दुनिया में सबसे बड़े जेनेरिक दवा निर्माता देशों में शामिल है और 200 से अधिक देशों तक दवाएं सप्लाई करता है। ऐसे में देश के अंदर भी किफायती दवाओं की उपलब्धता सुनिश्चित करने के लिए जनऔषधि योजना ने एक मजबूत नेटवर्क तैयार किया है। सरकार ने देशभर में 16,955 जनऔषधि केंद्र स्थापित किए हैं, जहां बाजार की ब्रांडेड दवाओं की तुलना में 50% से 80% तक सस्ती दवाएं उपलब्ध होती हैं। खास बात यह है कि गुणवत्ता के मामले में ये दवाएं किसी भी तरह ब्रांडेड दवाओं से कम नहीं हैं।
बीते 10 वर्षों में जनऔषधि केंद्रों की संख्या में जबरदस्त बढ़ोतरी हुई है—जहां पहले ये संख्या बेहद कम थी, वहीं आज इसमें लगभग 210 गुना वृद्धि दर्ज की गई है। दवाओं की बिक्री में भी छलांग दिखाई देती है, जो 270 गुना तक बढ़ी है। यही वजह है कि लोग इन दुकानों को प्यार से ‘पीएम मोदी की दुकान’ या ‘मोडिसिन’ कहने लगे हैं। रोजाना लगभग 10 से 12 लाख लोग इन दुकानों से दवाएं खरीदते हैं।
विभाग के अनुसार, सिर्फ अक्टूबर 2025 तक 1,400 करोड़ रुपये की दवाएं बेची जा चुकी हैं। सरकार का लक्ष्य है कि मार्च 2026 तक यह आंकड़ा 2,400 करोड़ रुपये तक पहुंच जाए।
जेनेरिक दवाएं ब्रांडेड दवाओं से कितनी सस्ती?
जनऔषधि केंद्रों में उपलब्ध दवाओं और बाजार की ब्रांडेड दवाओं के दाम में बड़ा अंतर देखने को मिलता है—
लिवोसेट्रिज़िन 10 mg की गोली का ब्रांडेड पत्ता 303.76 रुपये, जबकि जनऔषधि में सिर्फ 13.13 रुपये—यानी 96% सस्ता।
कैल्शियम 500 mg का ब्रांडेड पत्ता 123.31 रुपये, जबकि जनऔषधि में 7.50 रुपये—94% सस्ता।
एंटी-डायबिटिक ग्लिमपिराइड 2 mg का पत्ता 54.53 रुपये की जगह 5.16 रुपये में।
मोंटेलुकास्ट सोडियम का पत्ता 175.53 रुपये की जगह 18.56 रुपये में।
कैंसर की दवा इमैटिनिब मेसायलेट 1951.55 रुपये की जगह 210.94 रुपये में उपलब्ध।
दिल की दवा एटोरवास्टेटिन 20 mg का पत्ता 329.65 रुपये की जगह 36.09 रुपये में मिलता है।
जनऔषधि योजना ने वास्तव में देश के गरीब और मध्यमवर्गीय परिवारों को राहत दी है। सस्ती लेकिन गुणवत्ता पूर्ण दवाओं की उपलब्धता से न सिर्फ स्वास्थ्य खर्च कम हुआ है, बल्कि लोगों का जेनेरिक दवाओं पर भरोसा भी मजबूत हुआ है।
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