अमर सैनी
नोएडा।विद्युत निगम ने आगामी गर्मियों में उपभोक्ताओं को निर्बाध आपूर्ति देने के लिए 12 नए बिजली उपकेंद्र बनाने की दोबारा मांग की है। विद्युत निगम ने पूर्व में इसके लिए प्राधिकरण को प्रस्ताव भेजा था, लेकिन अब तक उपकेंद्रों का टेंडर नहीं हुआ है। ऐसे में आगामी गर्मियों में उपभोक्ताओं को बिजली कटौती झेलनी पड़ सकती है। विद्युत निगम ने प्राधिकरण से 33/11 केवी के बिजली उपकेंद्र बनाने की मांग की है। यह 12 बिजली उपकेंद्र सेक्टर-48, 75, 151, 155, 156, 167, 164, 145, 68, और सेक्टर-121 में बनाए जाने हैं। फिलहाल, इन सभी सेक्टरों में बिजली आपूर्ति पास के सेक्टरों के उपकेंद्रों से की जा रही है। सभी बिजली उपकेंद्रों पर 90 से 95 प्रतिशत भार है। अनुमान है कि यह बिजली उपकेंद्र अब आगामी गर्मियों में बढ़ने वाला लोड नहीं झेल पाएंगे और उपभोक्ताओं को भारी बिजली कटौती का सामना करना पड़ेगा। ऐसे में समय रहते इन 12 प्रस्तावित 33/11 केवी के बिजली उपकेंद्रों की अत्यंत आवश्यकता है। विद्युत निगम का कहना है कि अगर समय रहते बिजली उपकेंद्र नहीं बनाए गए तो गर्मियों में उपभोक्ताओं को निर्बाध आपूर्ति नहीं दी जा सकेगी। इन सेक्टर में रहने वाले लोगों को बिजली कटौती के साथ ही विद्युत निगम की चुनौती भी बढ़ जाएगी।
चार बार उठा चुके हैं मांग
विद्युत निगम द्वारा 12 बिजली उपकेंद्र सेक्टर-48, 75, 151, 155, 156, 167, 164, 145, 68, और सेक्टर-121 में बनाने की प्राधिकरण से चार बार मांग कर चुके हैं। इसके लिए प्राधिकरण के अधिकारियों से भी बात की गई लेकिन सुनवाई नहीं हुई। जबकि इन सेक्टर में आपूर्ति कर रहे बिजली उपकेंद्र पहले ही ओवरलोड चल रहे हैं। आगामी गर्मियों में बिजली का लोड बढ़ने पर यह पुराने उपकेंद्र आपूर्ति नहीं दे सकेंगे।
70 प्रतिशत लोड पर चलते हैं उपकेंद्र
विद्युत निगम के नियमों के अनुसार, बिजली उपकेंद्रों को केवल 70 प्रतिशत की क्षमता पर ही चलाया जाता है। विशेष परिस्थितियों में ही इससे अधिक की क्षमता पर बिजली उपकेंद्र चलाए जाते हैं। मगर प्रस्तावित 12 बिजली उपकेंद्रों के सेक्टरों को आपूर्ति दूसरे सेक्टर के बिजली उपकेंद्रों से की जा रही है। इन दूसरे सेक्टर के पुराने बिजली उपकेंद्रों से सामान्य परिस्थितियों में ही 90 से 95 प्रतिशत की क्षमता में बिजली उपकेंद्र चलाए जा रहे हैं।
प्राधिकरण से 12 नए बिजली उपकेंद्र बनाने की मांग की है। इसके साथ ही बिजली उपकेंद्र न बनने की वजह से होने वाले कारणों से भी संबंधित अधिकारियों को अवगत कराया है। अगर 12 बिजली उपकेंद्र न बने तो आगामी गर्मियों में निर्बाध आपूर्ति देना निगम के लिए चुनौतीपूर्ण होगा।
-हरीश बंसल, मुख्य अभियंता, विद्युत निगम