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Zubeen Garg Birthday: जुबीन गर्ग की 53वीं जयंती पर असम के मुख्यमंत्री का बड़ा ऐलान, सिंगापुर में हुई मौत की जांच में तेजी

Zubeen Garg Birthday: जुबीन गर्ग की 53वीं जयंती पर असम के मुख्यमंत्री का बड़ा ऐलान, सिंगापुर में हुई मौत की जांच में तेजी
असम के दिग्गज गायक, संगीतकार और समाजसेवी जुबीन गर्ग की 53वीं जयंती के अवसर पर पूरे राज्य में भावनात्मक माहौल देखने को मिला। मध्यरात्रि से ही उनके प्रशंसक गुवाहाटी स्थित काहिलीपाड़ा आवास के बाहर एकत्र होने लगे, जहां केक काटकर और उनकी तस्वीर के सामने पुष्प अर्पित कर उन्हें श्रद्धांजलि दी गई। इस दौरान उनकी पत्नी गरिमा सैकिया गर्ग और बहन पाल्मी बोरठाकुर भी मौजूद रहीं।
गुवाहाटी के कई प्रमुख स्थानों पर लोगों ने फूल, गमछा और दीप जलाकर उनके प्रति अपनी भावनाएं व्यक्त कीं। उनका अंतिम संस्कार स्थल ‘जुबीन क्षेत्र’ भी मंगलवार को प्रशंसकों से भरा नजर आया, जहां लोगों ने उनके लोकप्रिय गीत गाकर उन्हें याद किया।

सीएम हिमंत सरमा का बड़ा ऐलान: अमित शाह ने दी मंजूरी
जुबीन गर्ग की जयंती पर असम के मुख्यमंत्री हिमंत बिस्वा सरमा ने एक अहम घोषणा की। उन्होंने बताया कि केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह ने भारतीय नागरिक सुरक्षा संहिता (BNSS) की धारा 208 के तहत उन आरोपियों के खिलाफ कानूनी कार्रवाई की मंजूरी दे दी है जिन पर जुबीन गर्ग की सिंगापुर में हुई मौत से जुड़े गंभीर आरोप हैं।
सीएम सरमा ने एक्स (Twitter) पर लिखा—
“आज हमारे प्रिय जुबीन गर्ग का 53वां जन्मदिन है—एक ऐसा दिन जब उनकी आवाज़, संगीत और असम के प्रति उनके अमूल्य योगदान को याद किया जाता है। इसी दिन केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह जी ने BNSS की धारा 208 के तहत कार्रवाई की मंजूरी प्रदान की है, जिससे हम इस मामले में ठोस और कानूनी कार्रवाई आगे बढ़ा सकेंगे।”
सरमा ने यह भी स्पष्ट किया कि सरकार 10 दिसंबर 2025 तक आरोप पत्र (Chargesheet) दाखिल करने के लिए पूरी तरह प्रतिबद्ध है। उन्होंने इसे एक “महत्वपूर्ण कानूनी कदम” करार दिया, जो सिंगापुर में हुई घटनाओं से जुड़े सच्चाई तक पहुंचने का रास्ता खोलेगा।

कैसे हुई थी जुबीन गर्ग की मौत?
52 वर्षीय जुबीन गर्ग का निधन सितंबर 2025 में सिंगापुर में एक नौका यात्रा के दौरान कथित बेहोशी के बाद हुआ था। वे ‘पूर्वोत्तर भारत महोत्सव’ के सांस्कृतिक ब्रांड एंबेसडर के रूप में वहां मौजूद थे। उनकी अचानक हुई मौत ने न सिर्फ असम, बल्कि पूरे देश में गहरा सदमा पहुंचाया था।

पूरा असम जयंती के रंग में रंगा, कई राजनीतिक दलों और संगठनों ने किया सम्मान
जुबीन गर्ग की जयंती पर असम में राजनीतिक और सामाजिक संगठनों ने पूरे दिन कार्यक्रम आयोजित किए।
भाजपा: रक्तदान शिविर और श्रद्धांजलि कार्यक्रम
एजीपी: ‘जातीय स्वाभिमान दिवस’ के रूप में आयोजन, पौधारोपण और गीतों का गायन
कांग्रेस: संस्कृति और सद्भाव को समर्पित स्मारक कार्यक्रम
कांग्रेस कार्यक्रम में असम प्रदेश कांग्रेस अध्यक्ष गौरव गोगोई भी शामिल हुए और इसे “स्मरण और सामूहिक चिंतन की शाम” बताया।

क्लबों और यूनियनों की विशाल भागीदारी
• अखिल असम छात्र संघ (AASU) ने तीन दिवसीय कार्यक्रम शुरू किए जिनमें कला प्रदर्शन, साइकिल रैली और पौधारोपण शामिल है।
• ऑल असम जुबीन गर्ग फैन क्लब ने राज्यभर में अलग-अलग कार्यक्रम आयोजित किए।
• गुवाहाटी प्रेस क्लब के सदस्यों ने भी पुष्पांजलि अर्पित की।

Aदिग्गज कलाकार, जिन्हें असम का दिल कहा जाता है, उनके जाने के बाद भी उनका संगीत, उनकी सोच और लोगों से उनका गहरा जुड़ाव आज भी असम की सांस्कृतिक धड़कन बना हुआ है। मुख्यमंत्री हिमंत सरमा ने लिखा—
“कुछ उपस्थिति दृष्टि से ओझल हो जाती है, लेकिन स्मृति में और अधिक उजली होती है। जुबीन हमारे दिलों की धड़कन थे और रहेंगे।”

ममूटी ने कहा कि उन्हें ‘मेगास्टार’ की उपाधि पसंद नहीं है, उन्हें लगता है कि उनके जाने के बाद लोग उन्हें याद नहीं रखेंगे

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