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 उत्तर प्रदेश, नोएडा: नोएडा एयरपोर्ट से उड़ान भरने वाले यात्रियों को देनी होगी कितनी फीस? सामने आ गई जानकारी

 उत्तर प्रदेश, नोएडा: नोएडा एयरपोर्ट से उड़ान भरने वाले यात्रियों को देनी होगी कितनी फीस? सामने आ गई जानकारी

अजीत कुमार

 उत्तर प्रदेश, नोएडा। गौतमबुद्धनगर में बनने वाला जेवर एयरपोर्ट जल्द ही खुलने वाला है। उम्मीद है कि इस साल के अंत तक इसे शुरू कर दिया जाएगा। एयरपोर्ट निर्माण का काम तेजी से चल रहा है और बचे हुए कार्य को पूरा किया जा रहा है। इसी बीच एयरपोर्ट्स इकोनॉमिक रेगुलेटरी अथॉरिटी (AERA) की तरफ से इस एयरपोर्ट से उड़ान भरने वाले यात्रियों और फ्लाइट्स के अस्थायी शुल्क का आदेश जारी कर दिया गया है।

नोएडा इंटरनेशनल एयरपोर्ट से यात्रियों को उड़ान भरने के लिए ₹210 से ₹980 तक की यूजर डेवलपमेंट फीस (UDF) देनी होगी। हवाई अड्डा आर्थिक नियामक प्राधिकरण (AERA) ने हवाई अड्डे के लिए टैरिफ को अंतिम रूप दिए जाने के बाद नोएडा अंतरराष्ट्रीय हवाई अड्डे से उड़ान भरने वाले यात्रियों को अंतरराष्ट्रीय प्रस्थान पर यूजर डेवलपमेंट फीस (UDF) के रूप में ₹980 तक का भुगतान करना होगा। वहीं, अंतरराष्ट्रीय यात्रियों के आगमन के लिए यूडीएफ ₹420 निर्धारित किया गया है।

एयरपोर्ट्स इकोनॉमिक रेगुलेटरी अथॉरिटी की तरफ से बताया गया कि घरेलू यात्रियों को प्रस्थान पर ₹490 और आगमन पर ₹210 का भुगतान करना होगा। शुल्क के अनुसार, नोएडा से दुबई की एक राउंड ट्रिप पर कुल ₹1,400 का यूडीएफ लगेगा और मुंबई की एक घरेलू राउंड ट्रिप पर ₹700 खर्च होंगे। इतना ही नहीं, एयरपोर्ट पर आने-जाने वाले विमानों के लिए भी शुल्क जारी कर दिए गए हैं।

घरेलू उड़ानों के लिए AERA ने ₹725 प्रति 1,000 किलोग्राम के लैंडिंग शुल्क और अंतरराष्ट्रीय उड़ानों के लिए ₹1,088 प्रति 1,000 किलोग्राम का भुगतान करने का आदेश जारी किया है। यह एक अस्थायी शुल्क है, जिसे 31 मार्च 2026 तक लागू किया गया है और इसकी अवधि आगे बढ़ाई जा सकती है।बता दें कि शुरुआत में नोएडा इंटरनेशनल एयरपोर्ट पर घरेलू फ्लाइटें उड़ान भरेंगी। अनुमान है कि इस वित्तीय वर्ष में 57 लाख घरेलू और करीब ढाई लाख अंतरराष्ट्रीय यात्री होंगे। साल 2030 तक यह संख्या बढ़कर 1.7 करोड़ घरेलू और 10 लाख अंतरराष्ट्रीय यात्रियों तक पहुंच सकती है। इस एयरपोर्ट की क्षमता 1.2 करोड़ यात्रियों को संभालने की होगी।

बाद में इस एयरपोर्ट की क्षमता 3 करोड़, फिर 5 करोड़ और अंत में 7 करोड़ यात्रियों तक बढ़ाई जाएगी। उत्तर प्रदेश सरकार की योजना अतिरिक्त टर्मिनल और रनवे बनाकर इसे दुनिया के सबसे बड़े एयरपोर्ट्स में शामिल करने की है।

ममूटी ने कहा कि उन्हें ‘मेगास्टार’ की उपाधि पसंद नहीं है, उन्हें लगता है कि उनके जाने के बाद लोग उन्हें याद नहीं रखेंगे

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