उत्तर प्रदेश : गंगा की स्वच्छता से ही होगा मानव का कल्याण, जिला गंगा समिति के तत्वाधान में प्रभात फेरी और वृक्षारोपण का आयोजन

Hapur News : हापुड़ में गढ़मुक्तेश्वर के पुष्पावती पूठ में आज जिला गंगा समिति के तत्वाधान में वन विभाग लोक भारती एवं स्वामी विवेकानंद विचार मंच के द्वारा प्रभात फेरी निकाल कर ग्राम वासियों को जागरूक किया गया। तत्पश्चात घाटों की सफाई की गई एवं वृक्षारोपण करने के पश्चात उपस्थित जनों को गंगा स्वच्छता की शपथ दिलाई गई।
पर्यावरणविद् भारत भूषण गर्ग ने दिया संदेश
पर्यावरणविद् एवं जिला गंगा समिति के सदस्य भारत भूषण गर्ग ने उपस्थित जनों को संबोधित करते हुए कहा कि देश की एक तिहाई आबादी को जीवन देने वाली जीवनदायनी मां गंगा आज हम सब की आस्था के अतिरेक में गंदी होती जा रही हैं। उन्होंने कहा कि यदि यह कृत्य इसी प्रकार चलता रहा तो वह दिन दूर नहीं है जब मां गंगा हमसे रूठ कर दूर चली जाएगी। इसलिए हम सभी को आज से और अभी से यह संकल्प लेना चाहिए कि हमें गंगा मां को गंदा नहीं करना है।
वन क्षेत्र अधिकारी करन सिंह ने दिया वृक्षारोपण का महत्व
वन क्षेत्र अधिकारी करन सिंह ने धार्मिक स्थलों पर वृक्षारोपण करते हुए कहा कि आज वायुमंडल की गंदगी को दूर करने के लिए पेड़ पौधों का लगाया जाना अत्यंत ही आवश्यक है। उन्होंने कहा कि यदि पेड़ नहीं होंगे तो हमारे लिए शुद्ध वायु का उपलब्ध होना बहुत कठिन कार्य हो जाएगा और इसके दुष्परिणाम स्वरुप हम सब का जीवन बहुत ही दुरूह हो जाएगा।
लोक भारती के प्रांत सहसंयोजक ने दिया संदेश
लोक भारती के प्रांत सहसंयोजक गंगा सेवक मूलचंद आर्य ने प्रभात फेरी के उपरांत ग्राम वासियों को संबोधित करते हुए कहा कि आप सभी को अपने गांव की गंदगी से मां गंगा को दूर रखना चाहिए। आप सब की पहचान मां गंगा से है।
जिला परियोजना अधिकारी ने दिया संदेश
जिला गंगा समिति के जिला परियोजना अधिकारी प्रदीप कुमार ने उपस्थित जनों से कहा कि आज केंद्र एवं प्रदेश सरकार द्वारा संचालित गंगा मिशन के द्वारा लगातार कार्य किया जा रहा है। उन्होंने कहा कि अभी हमें और अधिक प्रयास करने की आवश्यकता है ताकि मां गंगा का सुंदर व स्वच्छ स्वरूप बना रहे।
गुरुकुल के प्राचार्य ने किया आभार प्रकट
कार्यक्रम की अध्यक्षता कर रहे गुरुकुल के प्राचार्य डॉ राजीव कुमार ने सभी उपस्थित जनों का आभार प्रकट करते हुए अपने जीवन में अधिक से अधिक स्वच्छता का संकल्प लेते हुए इसको मूर्त रूप देने का आह्वान किया।