Singham Again Review: भूलभुलैया बनी फिल्म, बस एक ढाई घंटे लंबा ट्रेलर
Singham Again Review: भूलभुलैया बनी फिल्म, बस एक ढाई घंटे लंबा ट्रेलर
Singham Again Review: अगर आपको सिंघम अगेन का 5 मिनट का ट्रेलर अच्छा लगा था, तो आप बस समझ लीजिए कि यही अनुभव आपको ढाई घंटे तक मिलेगा। रोहित शेट्टी की यह फिल्म गाड़ियों को उड़ाने तक ही सीमित है और फिजिक्स के नियमों को चुनौती देती है। जब एक गाड़ी प्लेन के ऊपर से उड़ती है, तो आपको लगता है कि न्यूटन चाचा कितने दुखी हुए होंगे। यह फिल्म केवल उन्हीं दर्शकों के लिए अच्छी लगेगी, जो बिना ज्यादा सोचे-समझे सिर्फ सितारों का मजा लेना चाहते हैं। वर्ना, यह आपके समय की बर्बादी साबित हो सकती है।
Singham Again Review: कहानी
फिल्म की कहानी ट्रेलर में ही बता दी गई थी। सिंघम की पत्नी करीना कपूर का किडनैप हो जाता है। इस किडनैपिंग को एक कहानी के रूप में फिल्म में पेश किया गया है, जिसमें रामायण के कई संदर्भों का उपयोग किया गया है। जैसा कि रामायण में रावण ने सीता को उठाया था, ठीक वैसा ही कुछ यहां सिंघम करते हैं। अर्जुन कपूर का किरदार इस लंका की भूमिका में है, और वह अपनी पत्नी को बचाने के लिए हर संभव प्रयास करता है। हालांकि, कहानी में कोई खास मोड़ या ट्विस्ट नहीं है। यदि आप पहले से ट्रेलर देख चुके हैं, तो आपको कहानी का हर एक मोड़ पहले से ही पता होगा।
Singham Again Review: फिल्म का अनुभव
सिंघम अगेन को आप ढाई घंटे का ट्रेलर कह सकते हैं। ओपनिंग सीन बेहद साधारण है। अजय देवगन की एंट्री एक हीरोज की घिसी-पिटी स्टाइल में होती है, जो अब तक कई हीरो की एंट्री हो चुकी है। इससे बेहतर एंट्री तो फूल और कांटे में हुई थी। फिल्म की शुरुआत में जबरदस्ती के मसाले और सितारों का तड़का लगता है। कहीं ना कहीं, यह पुराने सिंघम का जादू नहीं दिखा पाती। रामायण से फिल्म की कहानी को जोड़ना भी थोड़ा बेकार लगता है। क्या सच में रोहित शेट्टी को लगता है कि इस तरह से रामायण की कुछ बातें समझी जाएंगी? अगर किसी को रामायण समझनी है, तो उसके लिए और भी तरीके हैं।
Singham Again Review: अभिनय
अजय देवगन ने अपनी भूमिका में कोई खास नई बात नहीं की है। हम उन्हें पहले भी इस किरदार में देख चुके हैं। दीपिका पादुकोण का रोल ट्रेलर के जितना ही है, और उनके पास कोई खास करने को नहीं है। टाइगर श्रॉफ ने भी इस फिल्म में अपनी उपस्थिति दर्ज कराई है, लेकिन उनकी भूमिका बहुत छोटी है। रणवीर सिंह फिल्म में अपनी कॉमिक टाइमिंग से दर्शकों को हंसाने की कोशिश करते हैं, लेकिन उनके अलावा कोई और खास नजर नहीं आता। अर्जुन कपूर ने विलेन बनने की कोशिश की है, लेकिन वह उस प्रभाव को छोड़ने में नाकाम रहे हैं। उन्होंने खौफ पैदा करने की कोशिश की है, लेकिन यह खौफ दर्शकों पर प्रभाव नहीं डाल पाता।
Singham Again Review: निर्देशन
रोहित शेट्टी का निर्देशन इस बार कुछ खास नहीं है। उनकी फिल्मों में आमतौर पर सीटीमार सीन होते हैं, लेकिन इस फिल्म में ऐसा कुछ खास नहीं है। ऐसा लगता है कि बड़ी आसानी से विलेन को मार दिया गया है और कोई बड़ा ट्विस्ट नहीं आया है। इतने सारे सितारों को लेने की बजाय स्क्रिप्ट और स्क्रीनप्ले पर काम करने की जरूरत थी। इससे फिल्म को कुछ नया और रोमांचक मिल सकता था।
Singham Again Review: एक्शन और तकनीकी पहलू
फिल्म के एक्शन सीन औसत हैं। रोहित शेट्टी की फिल्में हमेशा एक्शन और ड्रामा से भरपूर होती हैं, लेकिन इस बार वह दर्शकों को उस तरह प्रभावित नहीं कर पाए। जबरदस्ती का मसाला डालने की कोशिश की गई है, जो दर्शकों को खींचने में सफल नहीं हो पाई। फिल्म में कुछ कॉमिक सीन हैं, जो कि फनी लगते हैं, लेकिन फिल्म के समग्र अनुभव में कोई खास योगदान नहीं देते।
कुल मिलाकर
सभी चीजों को ध्यान में रखते हुए, सिंघम अगेन एक औसत फिल्म है जिसमें कुछ नया नहीं है। अगर आपको सिर्फ सितारों का स्टाइल और स्वैग देखना है, तो आप इसे देख सकते हैं, लेकिन अगर आप रोहित शेट्टी की पिछली फिल्मों के जादू की उम्मीद कर रहे हैं, तो शायद आपको निराशा हाथ लगेगी।
अगर आप सिंघम अगेन को देखने का सोच रहे हैं, तो अपने दिमाग को घर पर छोड़ दें और केवल सितारों की मौजूदगी का आनंद लें।