पंजाब पुलिस की ओर से पुलिसकर्मियों के कौशल को निखारने हेतु गुजरात की राष्ट्रीय रक्षा यूनिवर्सिटी के साथ समझौता
डीजीपी पंजाब गौरव यादव की उपस्थिति में एडीजीपी तकनीकी सेवाएं और आरआरयू के उप कुलपति ने समझौते पर किए हस्ताक्षर
क्लासरूम आधारित सत्रों, ऑनलाइन लर्निंग के अवसरों सहित कार्यक्रमों की विभिन्न श्रेणी प्रदान करेगी आरआरयू
डीजीपी गौरव यादव ने इस साझेदारी को कानून लागू करने की शिक्षा और प्रशिक्षण में उत्कृष्टता को बढ़ावा देने की दिशा में एक महत्वपूर्ण कदम बताया
प्रशिक्षण कार्यक्रमों में साइबर अपराध जांच रणनीतियां और ब्लॉकचेन तकनीक होंगी शामिल
रिपोर्ट: कोमल रमोला
चंडीगढ़, 11 नवंबर:
राज्य में पुलिसकर्मियों के कौशल को निखारने की दिशा में एक महत्वपूर्ण कदम के रूप में पंजाब पुलिस ने आज राष्ट्रीय रक्षा यूनिवर्सिटी (आरआरयू) गांधीनगर, गुजरात के साथ एक समझौते (एमओयू) पर हस्ताक्षर किए हैं। इस समझौते का उद्देश्य कानून लागू करने वाले अधिकारियों की क्षमता को मजबूत करना है ताकि वे आधुनिक पुलिसिंग की चुनौतियों का सामना कर सकें और व्यापक प्रशिक्षण कार्यक्रमों से सुसज्जित हो सकें।
यह समझौता पंजाब पुलिस मुख्यालय में पुलिस महानिदेशक (डीजीपी) पंजाब गौरव यादव की उपस्थिति में अतिरिक्त पुलिस महानिदेशक (एडीजीपी) तकनीकी सेवाएं राम सिंह और आरआरयू के उप कुलपति प्रो. (डॉ.) कल्पेश एच वांद्रा के बीच संपन्न हुआ।
इस समझौते के तहत आरआरयू प्रोग्रामों की एक विभिन्न श्रेणी प्रदान करेगा, जिसमें कक्षाओं पर आधारित सत्र, ऑनलाइन लर्निंग के अवसर और इन दोनों की विशेषताओं वाला हाइब्रिड मॉडल शामिल है। इन कार्यक्रमों में विभिन्न विषयों जैसे कि महिला सशक्तिकरण और पुलिसिंग में उनकी भूमिका, साइबर अपराध जांच रणनीतियां, ब्लॉकचेन और क्रिप्टोकरेंसी, वित्तीय धोखाधड़ी रोकथाम तकनीक, ड्रोन प्रशिक्षण, आतंकवाद-रोधी तकनीकें, वीआईपी सुरक्षा प्रोटोकॉल और पंजाब पुलिस द्वारा प्रस्तावित अन्य प्रशिक्षण प्रोटोकॉल पर विशेष ध्यान दिया जाएगा।
इस समझौते को कानून लागू करने की शिक्षा और प्रशिक्षण में उत्कृष्टता को बढ़ावा देने की दिशा में एक महत्वपूर्ण कदम मानते हुए डीजीपी गौरव यादव ने कहा कि यह साझेदारी पुलिसिंग और सुरक्षा में समकालीन चुनौतियों के समाधान के उद्देश्य से साझा पहलों को प्रोत्साहन देगी। उन्होंने भारत में पुलिसिंग के भविष्य को बदलने में इस तरह के समझौतों के महत्व पर भी जोर दिया।
पंजाब पुलिस के जवानों के कौशल को और अधिक निखारने में इस साझेदारी की महत्ता पर जोर देते हुए डीजीपी ने कहा कि यह समझौता विभिन्न क्षेत्रों में जहां कानून लागू करने वाले अधिकारियों को अधिक उन्नत तकनीकों, कौशल और ज्ञान की जरुरत होती है, में कारगुजारी को और बेहतर बनाने के लिए अधिक लाभदायक सिद्ध होगा।
प्रोफेसर (डॉ.) कल्पेश एच वांद्रा ने इस साझेदारी के लिए आभार व्यक्त करते हुए इसके दीर्घकालिक लाभों पर प्रकाश डाला, जो दोनों संस्थानों के लिए लाभकारी सिद्ध होंगे। उन्होंने कहा कि यह समझौता खासकर भारत की सुरक्षा प्रणाली में शामिल होने वाली उन्नत तकनीकों के मद्देनजर आरआरयू और पंजाब पुलिस के बीच आपसी समन्वय द्वारा सीखने के कौशल को प्रोत्साहित करने हेतु अत्यधिक महत्वपूर्ण सिद्ध होगा।
यह पहल कानून लागू करने वाली एजेंसियों की बदलती जरूरतों के अनुरूप सुरक्षा प्रणालियों और जन सुरक्षा को बेहतर बनाने के प्रति पंजाब पुलिस की प्रतिबद्धता को दर्शाती है। उल्लेखनीय है कि पंजाब पुलिस जन सुरक्षा, अपराध रोकथाम, सामुदायिक पुलिसिंग, आतंकवाद से निपटने, राष्ट्रीय सुरक्षा, साइबर अपराध निवारण गतिविधियों के साथ-साथ अपने कर्मचारियों को नवीनतम तकनीकों से लैस करने पर ध्यान केंद्रित करती है और राष्ट्रीय रक्षा यूनिवर्सिटी के साथ यह साझेदारी प्रभावी ढंग से लोगों की सेवा और सुरक्षा सुनिश्चित करने संबंधी पंजाब पुलिस की प्रतिबद्धता को दर्शाती है।