त्रिपुरा में ‘शांति समझौते’ पर लगी मुहर, अमित शाह की मौजूदगी में NLFT और ATTF ने किया साइन
रिपोर्ट: हेमंत कुमार
त्रिपुरा और पूरे इलाके में हिंसा समाप्त करने और शांति लाने के प्रयासों में बड़ी कामयाबी मिली है। केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह की उपस्थिति में राज्य के दो उग्रवादी संगठनों के साथ समझौता हुआ। नेशनल लिबरेशन फ्रंट ऑफ त्रिपुरा और ऑल त्रिपुरा टाइगर फोर्स ने नई दिल्ली में एक समझौते पर साइन किए गए। यह समझौता प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के शांतिपूर्ण, समृद्ध और उग्रवाद मुक्त नॉर्थ-ईस्ट के विजन को साकार करने की दिशा में एक अहम कदम साबित होगा।
इस दौरान त्रिपुरा के मुख्यमंत्री प्रोफेसर डॉक्टर माणिक साहा, गृह मंत्रालय और त्रिपुरा सरकार के अन्य वरिष्ठ अधिकारी भी उपस्थित थे। इस मौके पर केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह ने कहा कि एनएलएफटी और एटीटीएफ ने 35 साल से त्रिपुरा में चल रहे संघर्ष को समाप्त करने का फैसला लिया। इसके लिए हथियार छोड़कर मुख्यधारा में आने और पूरे त्रिपुरा के विकास के प्रति अपनी कटिबद्धता व्यक्त की है। अमित शाह ने कहा कि नॉर्थ-ईस्ट के लोगों और दिल्ली के बीच बड़ा फासला था। जिसे प्रधानमंत्री मोदी ने सड़क, रेल और विमान के जरिए तो कम किया ही। साथ ही दिलों के बीच की दूरी को भी पाटने का काम किया है। शाह ने बताया कि आज का यह समझौता नॉर्थ-ईस्ट के लिए 12वां और त्रिपुरा से जुड़ा तीसरा समझौता है। इन समझौतों से अब तक करीब 10 हजार उग्रवादी हथियार छोड़कर मेन स्ट्रीम में आए हैं। इन समझौतों से दोनों तरफ से हजारों लोगों की मृत्यु के कारण को रोकने की बड़ी पहल की गई है।