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Noida Industrial Parks: नोएडा में औद्योगिक पार्कों में बड़ी कंपनियों की एंकर यूनिट लाने की तैयारी, दिसंबर 2026 तक संचालन का लक्ष्य

Noida Industrial Parks: नोएडा में औद्योगिक पार्कों में बड़ी कंपनियों की एंकर यूनिट लाने की तैयारी, दिसंबर 2026 तक संचालन का लक्ष्य

नोएडा। यमुना सिटी में मेडिकल डिवाइस पार्क के सफल प्रारंभ के बाद अब यमुना एक्सप्रेसवे औद्योगिक विकास प्राधिकरण (YEIDA) शहर के चार अन्य बड़े औद्योगिक पार्कों में एंकर यूनिट यानी बड़ी कंपनियों को स्थापित करने की योजना बना रहा है। इन एंकर यूनिट्स की उपस्थिति से न केवल औद्योगिक गतिविधियों को बढ़ावा मिलेगा बल्कि छोटे उद्यमियों और स्टार्टअप्स के लिए भी रोजगार और व्यापार के अवसर उत्पन्न होंगे।

YEIDA के अधिकारी ने बताया कि शहर में मेडिकल डिवाइस पार्क, हस्तशिल्प पार्क, टॉय पार्क, अपैरल पार्क और एमएसएमई पार्क विकसित किए जा रहे हैं। प्राधिकरण ने इन सभी पार्कों के लिए जमीन अधिग्रहण कर भूखंड आवंटित किए हैं। अब तक 1,049 भूखंड आवंटित किए जा चुके हैं, जिनमें से 336 आवंटियों ने भूखंडों पर कब्जा कर लिया है।

हाल ही में प्राधिकरण ने मेडिकल डिवाइस पार्क में कैंसर संबंधित एंकर यूनिट स्थापित करने के लिए बेंगलुरु का दौरा किया। इस दौरे के दौरान क्षेत्र में निवेश करने के लिए कंपनियों को आमंत्रित किया गया और कई कंपनियों ने रुचि दिखाई। दिसंबर 2025 में ये कंपनियां यमुना सिटी पहुंचेंगी। इसी तरह अन्य पार्कों में भी बड़ी कंपनियों को आमंत्रित करने और प्रत्येक पार्क में कम से कम एक एंकर यूनिट स्थापित करने के लिए प्राधिकरण कार्ययोजना तैयार कर रहा है।

एंकर यूनिट उस मुख्य इकाई को कहते हैं, जो किसी औद्योगिक क्षेत्र, व्यापार पार्क या व्यावसायिक परिसर में केंद्रीय भूमिका निभाती है। इसकी उपस्थिति से आसपास के छोटे व्यवसायों या इकाइयों को ग्राहकों की संख्या में बढ़ोतरी होती है। उदाहरण के लिए, बड़े शॉपिंग मॉल में किसी प्रमुख ब्रांड की दुकान एंकर यूनिट होती है, जो अन्य दुकानदारों के लिए भी ग्राहक आकर्षित करती है।

प्राधिकरण ने सभी पार्कों को दिसंबर 2026 तक संचालन में लाने का लक्ष्य निर्धारित किया है। इसके लिए प्रत्येक पार्क का नोडल अधिकारी भी नियुक्त किया गया है। मेडिकल डिवाइस पार्क की जिम्मेदारी एसडीएम कृष्ण गोपाल त्रिपाठी को, एमएसएमई पार्क के लिए डिप्टी कलेक्टर अजय कुमार शर्मा को, हस्तशिल्प पार्क के लिए विशेष कार्यकारी अधिकारी शिव अवतार सिंह को, अपैरल पार्क के लिए शैलेंद्र कुमार सिंह को और टॉय पार्क के लिए उप जिलाधिकारी अभिषेक शाही को सौंपी गई है। ये अधिकारी पार्कों में जमीन की उपलब्धता, बुनियादी सुविधाओं और निवेशकों को आकर्षित करने पर ध्यान देंगे।

शहर के पांचों औद्योगिक पार्कों का विवरण इस प्रकार है:
सेक्टर 28 (एमडीपी): 350 एकड़, 88 आवंटन, 48 रजिस्ट्री, 34 कब्जा, 10 निर्माणाधीन, 7 निर्मित, 1 एंकर यूनिट।
सेक्टर 29 (हस्तशिल्प): 123 एकड़, 171 आवंटन, 75 रजिस्ट्री, 50 कब्जा, 8 निर्माणाधीन, 3 निर्मित।
सेक्टर 29 (एमएसएमई): 288 एकड़, 503 आवंटन, 227 रजिस्ट्री, 123 कब्जा, 33 निर्माणाधीन।
सेक्टर 29 (अपैरल): 175 एकड़, 147 आवंटन, 97 रजिस्ट्री, 71 कब्जा, 29 निर्माणाधीन, 13 निर्मित।
सेक्टर 33 (टॉय): 100 एकड़, 140 आवंटन, 84 रजिस्ट्री, 58 कब्जा, 10 निर्माणाधीन, 2 निर्मित, 1 एंकर यूनिट।

YEIDA के सीईओ आरके सिंह ने कहा, “इन सभी पार्कों में औद्योगिक गतिविधियों को बढ़ाने के लिए एंकर यूनिट स्थापित करने पर विचार किया जा रहा है। मेडिकल डिवाइस पार्क के लिए कई कंपनियों से बातचीत चल रही है। अब अन्य पार्कों के लिए भी कार्ययोजना तैयार की जा रही है।”

प्राधिकरण का मानना है कि इन एंकर यूनिट्स की उपस्थिति से न केवल नोएडा के औद्योगिक क्षेत्र की प्रतिष्ठा बढ़ेगी बल्कि विदेशी और राष्ट्रीय निवेशकों को भी आकर्षित किया जा सकेगा। इस पहल से नोएडा औद्योगिक और आर्थिक दृष्टि से मजबूत बनकर उभरेगा।

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