
अमर सैनी
नोएडा। नोएडा जोन में करीब दस दिनों से बिजली आपूर्ति की व्यवस्था पूरी तरह से चरमराई हुई है। आम दिनों में करीब 1600 मेगावाट के आसपास रहने वाली बिजली की मांग 2300 मेगावाट से अधिक पहुंच गई है। अब निगम की प्रबंधक निदेशक ईशा दुहन ने नोएडा जोन के मुख्य अभियंता राजीव मोहन को नोटिस जारी कर जवाब मांगा है।
नोएडा जोन में उपभोक्ताओं को बेहतर बिजली आपूर्ति की सुविधा देने के लिए मुख्यालय ने करीब एक साल पहले यहां के लिए भारी भरकम बजट जारी किया है। जिससे लाइन मरम्मत के साथ ट्रांसफार्मर की क्षमता में बढ़ोतरी, नई केबल लाइन बिछाने, पुरानी लाइनों को बदलने और ओवरहेड बिजली के तारों को अंडरग्राउंड करने समेत अन्य काम शामिल थे। इन कामों को मार्च से पहले पूरा करना था, लेकिन पीक सीजन आ जाने के बाद भी काम पूरे नहीं हो सके हैं। जिसके कारण यहां के उपभोक्ताओं को रोज कटौती का सामना करना पड़ रहा है।
19 मई से शुरू हुई दिक्कत, अब तक जारी
आरसी ग्रीन पाली समेत नोएडा के सेक्टर-20 और बाॅटनिकल गार्डन स्थित ट्रांसमिशन लाइन की उपकेंद्र में तकनीकी खराबी से छह घंटे से अधिक समय तक बिजली आपूर्ति बाधित हो गई थी। आधा से अधिक शहर रात करीब आठ बजे तक अंधेरे में डूबा रहा था। घंटों मशक्कत के बाद मरम्मत कार्य पूरा करने के बाद आपूर्ति शुरू कराई गई। इसके अलावा रविवार को भी विभिन्न सेक्टरों और गांवों में छह से सात घंटे कटौती की शिकायतें मिली थीं।
दो दिन में देना होगा जवाब
मुख्य अभियंता तकनीकी आनंद प्रकाश ने नोएडा जोन के मुख्य अभियंता राजीव मोहन को पत्र जारी करते हुए अगले दो कार्य दिवसों में स्थलीय जांच करने, बिजली व्यवधान का कारण और संबंधित अधिकारियों की विस्तृत अधिकारियों व कर्मचारियों के बारे में भी जानकारी देने के लिए कहा है।