नई दिल्ली : भारत बनेगा ‘AI हेल्थ इनोवेशन हब’ ,एम्स ने विप्रो संग किया करार
नई दिल्ली: -ह्रदय, कैंसर और तंत्रिका रोगों के समाधान के लिए 5 वर्षों में 10 लाख डॉलर का होगा निवेश
नई दिल्ली, 13 दिसम्बर : भारत को ‘एआई हेल्थ इनोवेशन हब’ बनाने के लिए एम्स दिल्ली ने स्वास्थ्य सेवा प्रौद्योगिकी प्रदाता विप्रो जीई हेल्थकेयर के साथ एक करार (एमओयू) किया है।
इस करार के तहत, नया हब ऐसे उत्पादों और समाधानों के विकास पर ध्यान केंद्रित करेगा जो अधिक सटीक निदान, अभिनव उपचार प्रोटोकॉल और वास्तविक समय में रोगी डेटा ट्रैकिंग के माध्यम से स्वास्थ्य सेवा वितरण और परिणामों को बेहतर बनाते हैं। इस दौरान कार्डियोलॉजी, ऑन्कोलॉजी और न्यूरोलॉजी में कृत्रिम बुद्धिमत्ता प्रणालियों और वर्कफ़्लो समाधानों के विकास, परीक्षण और तैनाती के लिए विप्रो हेल्थ केयर अगले पांच वर्षों में लगभग 10 लाख डॉलर का निवेश करेगा।
इस अवसर पर एम्स के निदेशक डॉ. एम. श्रीनिवास ने कहा हमें उम्मीद है कि इस सहयोग से हम उन्नत मेडटेक के विकास और सत्यापन में तेजी ला पाएंगे और रोगियों के लिए अधिक प्रभावी देखभाल प्रदान कर पाएंगे। वहीं, विप्रो जीई हेल्थकेयर साउथ एशिया के प्रबंध निदेशक चैतन्य सरवटे ने कहा, भारत में स्वास्थ्य सेवा का भविष्य प्रौद्योगिकी द्वारा संचालित होगा जिसमें नवाचार के केंद्र में एआई होगा। यह सहयोग भारत और दुनिया के लिए परिवर्तनकारी नैदानिक देखभाल और अनुप्रयोगों के लिए नींव मॉडल विकसित करने की दिशा में एक मजबूत कदम साबित होगा।