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‘दुनिया भर के चिकित्सा संस्थानों को प्रेरित करती है एम्स की उत्कृष्टता की विरासत’

-एम्स की इनपेशेंट बेड सेवाओं में 30% से अधिक और गहन देखभाल व ओटी सेवाओं में 40% इजाफा

नई दिल्ली, 25 सितम्बर: एम्स नई दिल्ली भारत में चिकित्सा शिक्षा, अनुसंधान और स्वास्थ्य सेवा के क्षेत्र में अग्रणी है, जिसकी उत्कृष्टता की विरासत दुनिया भर के चिकित्सा संस्थानों को प्रेरित करती रहती है। यह बात केंद्रीय स्वास्थ्य राज्य मंत्री प्रतापराव गणपतराव जाधव ने एम्स दिल्ली के 69वें स्थापना दिवस समारोह में बुधवार को कही।

केंद्रीय मंत्री ने एम्स में विभिन्न विभागों द्वारा किए गए अभिनव अनुसंधान और परियोजनाओं को प्रदर्शित करने वाली एक प्रदर्शनी के साथ आधुनिक फायर स्टेशन का भी उद्घाटन किया। यह फायर स्टेशन किसी भी चिकित्सा संस्थान में अपनी तरह का पहला ऐसा स्टेशन है जिसमें 1000 गैलन पानी स्टोरेज की क्षमता होगी। इसे अग्निशमन विभाग के सहयोग से विकसित किया गया है जिसे एक अधिकारी सहित 6 लोगों की मैनपावर संचालित करेगी। इस स्टेशन के जरिए करीब 50-60 हजार मरीजों, उनके तीमारदारों, सुरक्षा कर्मियों, डॉक्टरों, नर्सों व अन्य स्टाफ की सुरक्षा जरूरतों को पूरा किया जा सकेगा।

जाधव ने स्वास्थ्य सेवा के क्षेत्र में कृत्रिम बुद्धिमत्ता के विकास के लिए स्थापित उत्कृष्टता केंद्र से राष्ट्रीय स्वास्थ्य कार्यक्रमों को बढ़ाने मिलने की उम्मीद जताई। जाधव ने कहा, इस केंद्र से छाती के एक्स-रे के मूल्यांकन, मधुमेह संबंधी रेटिनोपैथी का शीघ्र पता लगाने और त्वचा के घावों की पहचान के साथ अन्य उपकरणों के लिए एआई आधारित समाधान मिल सकेगा। जाधव ने कहा, राष्ट्रीय संस्थान रैंकिंग फ्रेमवर्क घोषित होने के बाद से लगातार सातवें वर्ष में भी एम्स दिल्ली, भारत के चिकित्सा संस्थानों में पहले स्थान पर काबिज है जो इसकी उन्नत चिकित्सकीय क्षमताओं को भी दर्शाता है।

मंत्री जाधव ने कहा, एम्स स्वास्थ्य मंत्रालय के राष्ट्रीय मेडिकल कॉलेज नेटवर्क के राष्ट्रीय संसाधन केंद्र के रूप में भी कार्य करता है जिसे राष्ट्रीय शिक्षण प्रबंधन एवं सूचना प्रणाली, सक्षम के जरिये सुगम बनाया जा रहा है। जल्द ही यहां सर्जनों के प्रशिक्षण के लिए 2 अत्याधुनिक रोबोटिक सर्जरी उपकरणों के साथ देश का सबसे बड़ा रोबोटिक सर्जरी कौशल प्रशिक्षण केंद्र शुरू किया जाएगा। एम्स निदेशक प्रो. एम श्रीनिवास ने कहा, एम्स को अपने कुछ ब्लॉक और केंद्रों के लिए एनएबीएच प्रमाणन मिल चुका है और मुख्य अस्पताल सहित सभी केंद्रों के एनएबीएच प्रमाणन की प्रक्रिया में है। इसके अलावा सभी प्रयोगशालाओं की एनएबीएल मान्यता प्रक्रियाधीन है।

एम्स के 69वें स्थापना दिवस की खास बातें
1. मरीजों की सुविधा के लिए पोर्टल ‘संतोष’ लांच। इससे मरीजों को अपनी शिकायतें ऑनलाइन दर्ज करने, स्थिति को ट्रैक करने और समाधान के बारे में जानकारी मिल सकेगी।
2. आपातकालीन विभाग के लिए ट्राइएज रजिस्टर पर आधारित एक वेब एप्लिकेशन भी लांच की गई। जो रोगी की रोग स्थिति, चिकित्सा जांच का रिकॉर्ड रखने में मदद करेगी और विभिन्न विभागों द्वारा समय पर क्रॉस-परामर्श सुनिश्चित करके रोगी सुरक्षा में सुधार करेगी।
3. पारदर्शिता बढ़ाने और एम्स में मरीजों के भरोसे को बनाए रखने के लिए रियल टाइम डैशबोर्ड विकसित किए गए हैं और उन्हें जनता के लिए उपलब्ध कराया गया है।
4. एम्स में करीब 900 करोड़ रुपये की अनुमानित लागत से 2200 कमरों वाला एक नया छात्रावास परिसर बनाया जाएगा।
5. एम्स में पिछले 2 वर्षों में, इनपेशेंट बेड में 30% से अधिक की वृद्धि और गहन देखभाल व ऑपरेशन थिएटर सेवाओं में लगभग 40% की वृद्धि से विशाल नैदानिक मांग को पूरा करने की क्षमता में इजाफा होगा।
6. मैदान गढ़ी में केंद्रीय सशस्त्र पुलिस बल आयुर्विज्ञान संस्थान को चालू करने की जिम्मेदारी भी एम्स दिल्ली को मिली।

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