
नई दिल्ली, 8 जून : अर्ध-शहरी और पहाड़ी इलाकों में गैर-पारंपरिक अभियान चलाने के लिए भारत-मंगोलिया संयुक्त सैन्य अभ्यास नोमैडिक एलीफेंट 2025 का 17वां संस्करण रविवार को भी जारी रहा।
इस दौरान दोनों सेनाएं उलानबटार में ना सिर्फ आतंकवाद विरोधी अभियानों और सटीक निशानेबाजी के क्षेत्र में अपने अनुभवों का आदान-प्रदान कर रही हैं। बल्कि समकालीन सुरक्षा चुनौतियों से निपटने के लिए अपनी क्षमताओं में इजाफा कर रही हैं। अभ्यास की प्रमुख विशेषता नकली संयुक्त राष्ट्र शांति अभियान है जिसे वास्तविक दुनिया के परिदृश्यों को प्रतिबिंबित करने के लिए डिजाइन किया गया है।
अभ्यास के जरिये दोनों देशों के सैनिक अपनी परिचालन रणनीति को परिष्कृत कर रहे हैं। साथ ही जटिल इलाकों व वातावरण में काम करने की क्षमता को भी विकसित कर रहे हैं। इस अभ्यास से भारतीय और मंगोलियाई सेनाओं को भविष्य के शांति या मानवीय मिशनों में निर्बाध रूप से काम करने में मदद मिलेगी। यह संयुक्त अभ्यास भारत और मंगोलिया के बीच बढ़ते रक्षा सहयोग को दर्शाता है।