उत्तर प्रदेशभारत

उत्तर प्रदेश, नोएडा: जीएसटी का प्रशासनिक अधिकारी 45 हजार की रिश्वत लेते रंगे हाथ गिरफ्तार

उत्तर प्रदेश, नोएडा: जीएसटी का प्रशासनिक अधिकारी 45 हजार की रिश्वत लेते रंगे हाथ गिरफ्तार

उत्तर प्रदेश, नोएडा। सतर्कता अधिष्ठान मेरठ सेक्टर की ट्रैप टीम ने कंप्यूटर रिपेयरिंग कंपनी के व्यापारी की शिकायत पर सोमवार को जीएसटी कार्यालय से प्रशासनिक अधिकारी सतेन्द्र बहादुर सिंह को 45 हजार रुपये की रिश्वत लेते हुए रंगे हाथों गिरफ्तार किया है। आरोपी के खिलाफ नॉलेज पार्क कोतवाली में भ्रष्टाचार निवारण अधिनियम के तहत मुकदमा पंजीकृत कराया गया है।
शिकायतकर्ता व्यापारी की मैसर्स रामाटेक नामक फर्म है। जो गांव सलारपुर नोएडा में स्थित है और वर्ष 2016 से कंप्यूटर रिपेयरिंग का कार्य कर रही है। व्यापारी ने बताया कि उसकी फर्म का वैट एवं जीएसटी समय से संबंधित विभाग में जमा किया जाता रहा है। 29 अप्रैल 2025 को शिकायतकर्ता के मोबाइल पर एक फोन आया, जिसमें फोन करने वाले ने अपना नाम भूदेव बताया और कहा कि वर्ष 2016-17 एवं 2017-18 का एसेसमेंट लंबित है। साथ ही दोनों वर्षों के लिए कुल 4 लाख 55 हजार 840 की बकाया राशि जमा करने को कहा गया। फोन करने वाले ने शिकायतकर्ता को जीएसटी कार्यालय में आकर मिलने को कहा। 9 मई 2025 को जब शिकायतकर्ता कार्यालय पहुंचा तो भूदेव ने उसे बताया कि यदि बकाया राशि नहीं जमा की गई तो कोर्ट व कानूनी कार्रवाई की जाएगी। 13 मई को शिकायतकर्ता सतेंद्र बहादुर सिंह से मिला। सतेंद्र बहादुर सिंह ने फर्म पर 4 लाख 55 हजार 840 की बकाया राशि बताई और कहा कि यदि शिकायतकर्ता 50 हजार की रिश्वत देता है, तो वह यह मामला बिना किसी कार्रवाई के समाप्त कर देगा।

व्यापारी का फ्रीज कराया था खाता
जब शिकायतकर्ता ने अपनी आर्थिक असमर्थता जताई तो अधिकारी ने 45 हजार की राशि तय की और उससे कम में काम करने से साफ इनकार कर दिया। इस बीच शिकायतकर्ता के बैंक ऑफ बड़ौदा शाखा भंगेल के खाता को ईमेल के माध्यम से फ्रिज करवा दिया गया। जिससे उसके व्यापारिक लेन-देन पर असर पड़ा और व्यवसाय बाधित हो गया। इस उत्पीड़न से परेशान शिकायतकर्ता ने भ्रष्टाचार के खिलाफ आवाज उठाते हुए सतर्कता अधिष्ठान मेरठ सेक्टर से संपर्क किया और पूरा मामला दर्ज कराया। इसके बाद सतर्कता अधिष्ठान ने योजना बनाकर आरोपी अधिकारी को रंगे हाथ पकड़ने की तैयारी की। 19 मई को तय योजना के अनुसार शिकायतकर्ता ने आरोपी को 45 हजार की रिश्वत देने के लिए बुलाया और जैसे ही उसने रिश्वत की राशि स्वीकार की। वहीं सतर्कता अधिष्ठान की ट्रैप टीम ने उसे रंगे हाथों गिरफ्तार कर लिया।

सतर्कता अधिष्ठान ने कहां दर्ज कराएं शिकायत
सतर्कता अधिष्ठान मेरठ सेक्टर ने कहा कि भ्रष्टाचार के प्रति शून्य सहिष्णुता की नीति अपनाई जा रही है। सरकारी कार्यों में किसी भी प्रकार की रिश्वत की मांग करना पूर्णतः अवैध है और यदि कोई भी राजपत्रित, अराजपत्रित अथवा अन्य लोक सेवक ऐसा करता है, तो इसकी शिकायत तत्काल रिश्वत विरोधी हेल्पलाइन नंबर 9454401866 पर की जा सकती है।

सतेंद्र बहादुर सिंह करीब दो साल से खंड-13 में कार्यरत थे। उनके खिलाफ विभागीय जांच भी कराई जाएगी। -संदीप भाग्या, अपर आयुक्त नोएडा जोन राज्य जीएसटी विभाग

Realme GT 6 भारत में लॉन्च होने की पुष्टि। अपेक्षित स्पेक्स, फीचर्स, और भी बहुत कुछ

Related Articles

Back to top button