उत्तर प्रदेशभारत

यूपी इंटरनेशनल ट्रेड शो के बाद रिन्यूएबल एनर्जी इंडिया का आगाज

- अब मिलेगा 5 लाख करोड़ रुपये का निवेश

अमर सैनी

नोएडा। इंडिया एक्सपो मार्ट में गुरुवार को इनफॉर्मा मार्केट्स इन इंडिया की ओर से आयोजित रिन्यूएबल एनर्जी इंडिया (आरईआई) एक्सपो के 17वें संस्करण का भव्य शुभारंभ किया गया। यह आयोजन 5 अक्टूबर तक चलेगा, जिसमें बैटरी शो इंडिया के दूसरे संस्करण का भी आयोजन किया जा रहा है। यह प्रदर्शनी देश के ऊर्जा और बैटरी उद्योगों में आपसी सहयोग, नवाचार और प्रगति को बढ़ावा देने के उद्देश्य से आयोजित की गई है।

इस साल के एक्सपो में 700 से अधिक प्रदर्शक भाग ले रहे हैं। जिनमें 85% घरेलू और 15% अंतरराष्ट्रीय प्रदर्शक शामिल हैं। एक्सपो में 850 से अधिक ब्रांड्स प्रदर्शनी कर रहे हैं, जो 5000 से अधिक व्यापारिक आगंतुकों का ध्यान आकर्षित करेंगे। इस वर्ष के प्रमुख प्रदर्शकों में रिलायंस इंडस्ट्रीज, अदानी सोलर, गौतम सोलर, विक्रम सोलर, जेएसडब्ल्यू स्टील और एनविजन जैसी बड़ी कंपनियां शामिल हैं। जो नवीकरणीय ऊर्जा में भारत की प्रगति को रेखांकित कर रही हैं। इन्फॉर्मा मार्केट्स इन इंडिया के मैनेजिंग डायरेक्टर योगेश मद्रास ने बताया कि रिन्यूएबल एनर्जी इंडिया एक्सपो 2024 और बैटरी शो इंडिया, दोनों आयोजन भारत की सीओपी 26 प्रतिबद्धताओं के अनुरूप हैं। उन्होंने कहा, “यह आयोजन भारत की कार्बन फुटप्रिंट कम करने और नवीकरणीय ऊर्जा को प्रोत्साहन देने की दिशा में हमारे ठोस प्रयासों को दर्शाता है।” उन्होंने यह भी उल्लेख किया कि भारत 2030 तक कार्बन ऊर्जा को 45% तक कम करने के महत्वाकांक्षी लक्ष्य पर काम कर रहा है। उन्होंने कहा कि सरकार ने 37.49 गीगावॉट की कुल क्षमता वाले 50 सोलर पार्कों के निर्माण की मंजूरी दी है, 5 मिलियन टन हरित हाइड्रोजन उत्पादन का लक्ष्य रखा गया है, और 2030 तक 30 गीगावॉट ऑफशोर पवन ऊर्जा उत्पादन का भी लक्ष्य है।

राजस्थान बना नवीकरणीय ऊर्जा का मुख्य केंद्र

राजस्थान सरकार के ऊर्जा राज्य मंत्री हीरालाल नागर ने एक्सपो में उपस्थित होकर बताया कि राजस्थान नवीकरणीय ऊर्जा उत्पादन में देश का अग्रणी राज्य बन रहा है। उन्होंने कहा, “राजस्थान की विशाल रेगिस्तानी भूमि सौर और पवन ऊर्जा के उत्पादन के लिए बहुत ही उपयुक्त है। वर्तमान में राजस्थान 20,000 मेगावाट सौर ऊर्जा का उत्पादन करता है, जिसमें से 5000 मेगावाट स्थानीय रूप से उपयोग हो रही है और बाकी ऊर्जा देश के अन्य हिस्सों में भेजी जाती है।”

5 लाख करोड़ रुपये के निवेश की योजना

उन्होंने आगे कहा कि राज्य की नवीकरणीय ऊर्जा परियोजनाओं में 5 लाख करोड़ रुपये के निवेश की योजना है, जो अगले चार से पांच वर्षों में पूरी की जाएगी। राजस्थान की आधुनिक ऊर्जा परियोजनाएं, जैसे इंटीग्रेटेड सोलर बैटरी स्टोरेज और ग्रिड ऑपरेशंस, ऊर्जा उत्पादन और वितरण के क्षेत्र में उदाहरण प्रस्तुत कर रही हैं। रूफटॉप सोलर प्रोजेक्ट्स के लिए भी 1000 मेगावाट की क्षमता के टेंडर पर काम जारी है, जो राज्य को ऊर्जा क्षेत्र में और सशक्त बनाएगा।

भारत की ऊर्जा क्रांति की दिशा में एक और कदम

रिन्यूएबल एनर्जी इंडिया एक्सपो न केवल हरित ऊर्जा की दिशा में एक बड़ा कदम है, बल्कि यह प्रदर्शनी वैश्विक ऊर्जा उद्योग में भारत की मजबूत उपस्थिति और नेतृत्व की स्थिति को भी रेखांकित करती है। कार्बन उत्सर्जन में कटौती और नवीकरणीय ऊर्जा को बढ़ावा देने के लिए देश के प्रयासों को आगे बढ़ाने में यह एक्सपो एक महत्वपूर्ण भूमिका निभाएगा।

Related Articles

Leave a Reply

Your email address will not be published. Required fields are marked *

Back to top button