उत्तर प्रदेश, नोएडा: सात लाख करोड़ रुपये के टॉय मार्केट में यूपी की धमक के लिए पॉलिसी जरूरी
उत्तर प्रदेश, नोएडा: सात लाख करोड़ रुपये के टॉय मार्केट में यूपी की धमक के लिए पॉलिसी जरूरी

अजीत कुमार
उत्तर प्रदेश, नोएडा। पूरी दुनिया में खिलौना उद्योग का सालाना टर्नओवर करीब सात लाख करोड़ रुपये का है। इसमें से केवल 4000 करोड़ रुपये के खिलौैनों का निर्यात भारत से होता है। यूपी सरकार अगर आर्थिक और नीतिगत सहयोग करे तो निर्यात को बढ़ाने में मदद मिलेगी। ग्रेटर नोएडा और यमुना सिटी में विशेष रूप से विकसित किए गए टॉय पार्क में भी उत्पादन बढ़ाया जा सकेगा। इसके लिए जरूरी है कि यूपी सरकार टॉय मैन्युफैक्चरिंग पॉलिसी बनाए।
शुक्रवार को यूपी इंटरनेशनल ट्रेड शो में टॉय एसोसिएशन ऑफ इंडिया के अध्यक्ष अजय अग्रवाल ने कहा कि इंवेस्ट यूपी के एसीईओ शशांक चौधरी से मुलाकात कर उनसे टॉय पॉलिसी बनाने की मांग की गई है। इंवेस्ट यूपी के अधिकारियों को बताया गया है कि जब मध्यप्रदेश में खिलौने बनाने के लिए उद्यमियों को पॉलिसी बनाकर सुविधाएं दी जा रही हैं। ऐसे में दिल्ली की नजदीकी को देखते हुए यूपी को पॉलिसी बनाने के लिए पहल करनी चाहिए। इससे एमएसएमई सेक्टर को सबसे अधिक फायदा होगा। टॉय इंडस्ट्री में करीब 90 फीसदी उद्यमी लघु या मध्यम उद्योग वाले ही हैं।
देश में 30 हजार करोड़ का है टॉय मार्केट
अजय अग्रवाल ने बताया कि कि देश में अभी 30 हजार करोड़ रुपये का टॉय मार्केट है। इसमें भी करीब 30 फीसदी चीन से आपूर्ति पर निर्भर है। देश में उत्पादन बढ़ने की वजह से इसे हमने 80 से 30 फीसदी तक कम करने में सफलता हासिल की है। लेकिन, इसे न्यूनतम कर निर्यात बढ़ाने के लिए चीनी सामान के देश में अवैध रूप से आने पर सख्ती करनी होगी। इसके साथ ही श्रम खपत और जमीनों में इंसेंटिव देकर निर्माण को भी बढ़ावा दिया जा सकता है। खिलौने बनाने में मशीनों का उपयोग कम होने से रोजगार सृजन की संभावना अधिक रहती है। यह भी सरकार की नीतियों के समर्थन में है। पॉलिसी बनेगी तो बड़ी फैक्टि्रयां बन सकेंगीं जोकि विदेशों से मिलने वाले बड़े ऑर्डर पूरे करने की क्षमता विकसित कर पाएंगीं। अभी वर्तमान में बड़े ऑर्डर पूरा करने में बहुत अधिक दिक्कत आती है।