बजट में शिक्षा, रोजगार और कौशल के लिए 1.48 लाख करोड़ रुपये, अब 3.75 लाख की कमाई पर कोई टैक्स नहीं
वित्त मंत्री निर्मला सीतारमण आज 23 जुलाई को मोदी 3.0 का पहला बजट पेश किया। इस बजट से आम जनता से लेकर उद्योग जगत को बड़ी उम्मीदें हैं। इस बजट में सरकार का फोकस महिलाओं,युवाओं पर रहा है। वहीं, बिहार और आंध्र प्रदेश के विकास पर मोदी सरकार का खास ध्यान रहा है। गौरतलब है कि मोदी सरकार ने टैक्स स्लैब में बड़े बदलाव किए हैं। मोदी सरकार 3.0 के पहले बजट में युवाओं और रोजगार की गारंटी पर फोकस दिखा। वित्त मंत्री निर्मला सीतारमण ने ईपीएफओ को लेकर बड़ा ऐलान किया है। उन्होंने पांच योजनाओं के लिए बजट में 2 लाख करोड़ के आवंटन का ऐलान किया है। इस बजट में उन्होंने पहली बार नौकरी पाने वालों को तोहफा दिया है। सीतारमण ने कहा कि संगठित क्षेत्र में पहली बार नौकरी की शुरुआत करने वालों को एक महीने का वेतन दिया जाएगा। यह वेतन डायरेक्ट बेनिफिट ट्रांसफर(डीबीटी) के जरिए तीन किस्तों में जारी किया जाएगा। वित्त मंत्री निर्मला सीतारमण ने कहा कि पूरे वर्ष और उससे आगे की ओर ध्यान देते हुए, इस बजट में, हम विशेष रूप से रोजगार, कौशल, MSME और मध्यम वर्ग पर फोकस करते हैं। मुझे 5 साल की अवधि में 4.1 करोड़ युवाओं के लिए रोजगार, कौशल और अन्य अवसरों की सुविधा के लिए 5 योजनाओं और पहलों के प्रधानमंत्री के पैकेज की घोषणा करते हुए खुशी हो रही है, जिसमें 2 लाख करोड़ रुपये खर्च होंगे।
संसद में पेश बजट से युवाओं में खुशी की लहर है। हरियाणा के कुछ युवाओं ने कहा कि बजट में सरकार की पहल अच्छी है। राहुल ने कहा कि इस बजट से कॉलेज के छात्रों को ज्यादा फायदा होगा। इंटर्नशिप के दौरान प्रोत्साहन मिलने से युवाओं को रोजगार मिलना आसान होगा। रोजगार पाकर युवा देश के विकास में भागीदार बनेंगे। आशिता ने कहा कि युवाओं को इंटर्नशिप के दौरान खर्च के लिए पैसे की जरूरत होती है। इस योजना से युवाओं को इंटर्नशिप के दौरान किसी तरह की परेशानी नहीं होगी और यह प्रोत्साहन राशि रोजगार पाने में मदद करेगी। अगर सरकार बच्चों को उच्च शिक्षा के लिए लोन देती है तो गरीब बच्चे भी आगे बढ़ सकेंगे। कुछ जगहों पर युवाओं को इस बजट से काफी फायदा मिल रहा है।