भारतीय रिजर्व बैंक Rbi Governor शक्तिकांत दास ने मंगलवार को अपने छह साल के कार्यकाल का समापन किया। उन्होंने अपने अनुभवों और आरबीआई के सामने आने वाली चुनौतियों को साझा किया। दास ने अपने उत्तराधिकारी के लिए अप्रत्यक्ष रूप से कुछ नसीहतें भी दीं और आरबीआई के कामकाज को लेकर अपनी प्रतिबद्धता जताई।
Rbi Governor की कुर्सी: जिम्मेदारी और चुनौतियां
शक्तिकांत दास ने प्रेस कॉन्फ्रेंस में आरबीआई के सामने आने वाली प्रमुख चुनौतियों पर प्रकाश डाला। उन्होंने कहा,
“हर खबर पर प्रतिक्रिया देने की बजाय, परिस्थितियों का गहन विश्लेषण करना जरूरी है।”
उनके अनुसार, गवर्नर का दायित्व केवल निर्णय लेना नहीं, बल्कि व्यापक आर्थिक परिस्थितियों के अनुरूप सही कदम उठाना है।
Rbi Governor: आरबीआई की प्राथमिक चुनौतियां और दास की उपलब्धियां
1. मुद्रास्फीति और आर्थिक विकास का संतुलन
दास ने बताया कि बदलते वैश्विक आर्थिक परिवेश में मुद्रास्फीति को नियंत्रित करना और विकास को गति देना सबसे बड़ी चुनौती है।
2. साइबर सुरक्षा पर फोकस
उन्होंने साइबर सुरक्षा को एक उभरती हुई वैश्विक चुनौती बताते हुए कहा कि केंद्रीय बैंक को इस क्षेत्र में लगातार सतर्क रहने की आवश्यकता है।
3. टेक्नोलॉजी इनोवेशन और फाइनेंशियल इंक्लूजन
दास ने यूनिफाइड पेमेंट्स इंटरफेस (UPI) की सफलता को वित्तीय समावेशन (फाइनेंशियल इंक्लूजन) में एक गेम-चेंजर करार दिया। इसके साथ ही, बेंगलुरु में आरबीआई इनोवेशन हब की स्थापना उनके कार्यकाल की प्रमुख उपलब्धियों में से एक रही।
4. कोविड-19 के दौरान आर्थिक प्रबंधन
कोविड-19 महामारी के दौरान, आरबीआई ने नीतिगत दरों में कटौती और सार्वजनिक क्षेत्र के बैंकों की मजबूती जैसे कई महत्वपूर्ण कदम उठाए।
5. पेशेवरता और स्वायत्तता को बनाए रखना
दास ने कहा कि उन्होंने आरबीआई की स्वायत्तता और विश्वसनीयता को बनाए रखने के लिए हमेशा प्रयास किया।
Rbi Governor: शक्तिकांत दास की नसीहत और भविष्य की भूमिका
शक्तिकांत दास ने अपने उत्तराधिकारी के लिए अप्रत्यक्ष रूप से नसीहत दी कि गहरी समझ और सतर्कता के साथ निर्णय लेना जरूरी है। उन्होंने भविष्य में किसी सार्वजनिक पद पर काम करने की इच्छा भी जताई।
Rbi Governor: नए गवर्नर के रूप में संजय मल्होत्रा की नियुक्ति
शक्तिकांत दास के बाद रेवेन्यू सेक्रेटरी संजय मल्होत्रा को आरबीआई का 26वां गवर्नर नियुक्त किया गया है। मल्होत्रा के सामने वही चुनौतियां होंगी जिनसे दास ने आरबीआई को कुशलतापूर्वक पार लगाया।
Rbi Governor: क्या दास के फैसले आने वाले समय में कारगर रहेंगे?
शक्तिकांत दास के कार्यकाल में लिए गए नीतिगत निर्णयों और उनकी दूरदृष्टि ने आरबीआई को वैश्विक और घरेलू चुनौतियों के बीच मजबूत बनाए रखा। अब यह देखना दिलचस्प होगा कि नए गवर्नर इस धरोहर को कैसे आगे बढ़ाते हैं।
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