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रविवार को रिकॉर्ड 5 लाख से अधिक शिवभक्तों ने किया दर्शन

रविवार को रिकॉर्ड 5 लाख से अधिक शिवभक्तों ने किया दर्शन

वाराणसी, 18 मार्चः श्री काशी विश्वनाथ धाम अपने ही रिकॉर्ड ध्वस्त कर रहा है। सावन व शिवरात्रि समेत पर्व-त्योहारों पर तो यहां लाखों भक्त दर्शन के लिए उमड़ते ही हैं, पर रविवार (17 मार्च) जैसे सामान्य दिन में भी यहां पांच लाख से अधिक शिवभक्तों ने दर्शन किया। यह संख्या सामान्यतः विशिष्ट पर्वों पर आने वाले दर्शनार्थियों के बराबर है। 13 दिसंबर 2021 को प्रधानमंत्री जी के हाथों लोकार्पित होने के बाद श्री काशी विश्वनाथ धाम नया कीर्तिमान स्थापित कर रहा है। काशी पुराधिपति देवाधिदेव महादेव के दर्शन के लिए निरंतर श्रद्धालु उमड़ रहे हैं। योगी सरकार की तरफ से काशी में श्रद्धालुओं को दर्शन के लिए सभी सुविधाएं उपलब्ध की जा रही हैं।

पांच लाख से अधिक दर्शनार्थी पहुंचे
नव्य व भव्य श्रीकाशी विश्वनाथ धाम मंदिर में सुविधा और सुरक्षा के चलते काशी में दर्शनार्थियों का आवागमन निरंतर बढ़ता जा रहा है। काशी विश्वनाथ मंदिर परिसर के लगभग तीन हज़ार वर्ग फुट से, लगभग पांच लाख वर्ग फुट के विशाल क्षेत्र में परिवर्तित होने के बाद धाम में सनातनियों का दर्शन के लिए तांता लगा रह रहा है। श्री काशी विश्वनाथ मंदिर न्यास के मुख्य कार्यपालक अधिकारी श्री विश्व भूषण मिश्र ने बताया कि 17 मार्च 2024 को सामान्य दिवस (पर्व के अतिरिक्त) दर्शनार्थियों की सर्वाधिक दैनिक संख्या का नया रिकॉर्ड स्थापित हुआ। इस दिन कुल 5,03,024 दर्शनार्थियों ने महादेव के दर्शन प्राप्त किए। उन्होंने बताया कि कॉरिडोर लोकार्पण के पहले सामान्य दिनों में भक्तो की संख्या लगभग 20 से 30 हज़ार के आसपास रहती थी, जबकि लोकार्पण के बाद श्रद्धालुओं की संख्या बढ़कर 1.5 लाख से 2 लाख हो गई थी।

काशी व अयोध्या में आ रहे सर्वाधिक श्रद्धालु
मुख्य कार्यपालक अधिकारी ने बताया कि सावन और शिवरात्रि में भक्तो की संख्या सर्वाधिक होती है, लेकिन सामान्य दिनों में ऐसा पहली बार देखने को मिला है, जब शिव भक्तों की संख्या एक दिन (रविवार 17 मार्च) को 5 लाख के पार हो गई है। ट्रेवल एजेंट एसोसिएशन ऑफ़ इंडिया (टीएएआई) उत्तर प्रदेश और उत्तराखंड के सचिव प्रदीप राय ने बताया कि अयोध्या और काशी के टू वे सर्किट के लिए पर्यटकों का सबसे ज्यादा रुझान हो रहा है। दोनों धार्मिक शहरों में सबसे ज्यादा पर्यटक वीकेंड में आ रहे हैं।

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