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Noida Air Pollution: नोएडा और ग्रेटर नोएडा की हवा बेहद खराब, प्रदूषण से फिलहाल राहत की उम्मीद नहीं

Noida Air Pollution: नोएडा और ग्रेटर नोएडा की हवा बेहद खराब, प्रदूषण से फिलहाल राहत की उम्मीद नहीं

नोएडा। नोएडा और ग्रेटर नोएडा में वायु प्रदूषण का स्तर लगातार चिंताजनक बना हुआ है। सोमवार को दोनों शहरों की हवा बेहद खराब श्रेणी में दर्ज की गई। नोएडा देश का दूसरा सबसे अधिक वायु प्रदूषित शहर रहा, जहां एयर क्वालिटी इंडेक्स (AQI) 366 तक पहुंच गया। वहीं ग्रेटर नोएडा का AQI 332 दर्ज किया गया। एक दिन पहले की तुलना में नोएडा के AQI में 29 अंकों की बढ़ोतरी हुई, जबकि ग्रेटर नोएडा में यह तीन अंक बढ़ा।

सुबह के समय दोनों शहरों में घना कोहरा छाया रहा, जिससे दृश्यता काफी कम हो गई। दोपहर के समय कुछ देर के लिए धूप जरूर निकली, लेकिन ठंड और प्रदूषण का असर कम नहीं हुआ। दोपहर में कोहरा थोड़ा छंटा, हालांकि शाम होते-होते एक बार फिर ठंड बढ़ने लगी। मौसम विभाग के अनुसार आने वाले दिनों में कोहरे में कुछ कमी आ सकती है, लेकिन इसके साथ ही ठंड और बढ़ने की संभावना है। अधिकतम और न्यूनतम तापमान में भी गिरावट दर्ज की जा सकती है।

विशेषज्ञों का कहना है कि अगले कुछ दिनों तक नोएडा और ग्रेटर नोएडा में AQI 400 के आसपास बना रह सकता है। ऐसे में लोगों को प्रदूषण से तत्काल राहत मिलने की उम्मीद नहीं है। आंकड़ों के मुताबिक पांच नवंबर के बाद से नोएडा का AQI कभी भी 250 से नीचे नहीं गया है। बीते डेढ़ महीने में 10 दिसंबर को सबसे कम AQI 256 दर्ज किया गया था। वहीं ग्रेटर नोएडा में इसी अवधि के दौरान सबसे कम AQI 227 रिकॉर्ड किया गया।

तापमान की बात करें तो सोमवार को नोएडा के अधिकतम तापमान में तीन डिग्री सेल्सियस की बढ़ोतरी दर्ज की गई। एक दिन पहले जहां अधिकतम तापमान 14.7 डिग्री था, वहीं सोमवार को यह बढ़कर 18 डिग्री सेल्सियस पहुंच गया। न्यूनतम तापमान भी बढ़कर 11.7 डिग्री दर्ज किया गया। मौसम विभाग का अनुमान है कि लगातार छह दिनों तक सुबह के समय कोहरा बना रहेगा और अधिकतम तापमान 16 से 20 डिग्री सेल्सियस के बीच रह सकता है।

विभिन्न इलाकों में प्रदूषण का स्तर भी बेहद खराब स्थिति में रहा। सेक्टर-1 में AQI 399, सेक्टर-62 में 351 और सेक्टर-116 में 360 दर्ज किया गया। ग्रेटर नोएडा के नॉलेज पार्क फाइव में AQI 351 और नॉलेज पार्क थ्री में 315 रिकॉर्ड किया गया। पिछले पांच दिनों के आंकड़े बताते हैं कि प्रदूषण का स्तर लगातार उतार-चढ़ाव के बावजूद बेहद खराब और गंभीर श्रेणी में बना हुआ है।

प्रदूषण और ठंड के इस दोहरे असर को देखते हुए विशेषज्ञों ने लोगों को सावधानी बरतने की सलाह दी है। खासतौर पर बुजुर्गों, बच्चों और सांस संबंधी बीमारियों से पीड़ित लोगों को घर से बाहर निकलने से बचने और मास्क का इस्तेमाल करने की सलाह दी जा रही है।

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