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नई दिल्ली: भारत में एचआईवी के नए मामलों में 44% कमी दर्ज : जेपी नड्डा

नई दिल्ली-एड्स से निपटने के लिए 95-95-95 के लक्ष्य पर काम कर रही सरकार

एचआईवी, नई दिल्ली, 01 दिसम्बर: भारत में एचआईवी के नए मामलों की संख्या में 2010 से 44% कमी आई है, जो दुनिया (39% कमी) की तुलना में 5% ज्यादा है। वहीं, एड्स से होने वाली मौतों में भी 79% तक की कमी दर्ज की गई है जो राष्ट्रीय एड्स नियंत्रण और एसटीडी नियंत्रण कार्यक्रम के तहत नाको और राज्य एड्स नियंत्रण समितियों के प्रयासों का प्रतिफल है।

यह बातें केंद्रीय मंत्री ने रविवार को मध्य प्रदेश के इंदौर में देवी अहिल्या विश्वविद्यालय सभागार में विश्व एड्स दिवस के अवसर पर कही। उनके साथ एमपी के सीएम डॉ. मोहन यादव भी मौजूद थे। नड्डा ने कहा कि भारत ने एड्स से निपटने के लिए 90-90-90 के लक्ष्य को बढ़ाकर 95-95-95 कर दिया है। इसके तहत एड्स से पीड़ित 81 प्रतिशत लोगों की पहचान कर ली गई है, 88 प्रतिशत को एंटीरेट्रोवायरल थेरेपी (एआरटी) दी जा रही है और 97 प्रतिशत पहचाने गए लोगों के वायरल लोड को कम किया गया है।

केंद्रीय मंत्री ने एड्स के खिलाफ लड़ाई में विजय पाने के लिए तीन बातों पर ध्यान देना जरूरी है। पहली, एचआईवी/एड्स संक्रमण को रोकने के लिए सावधानी बरतना ताकि लोग यौन संबंध व अन्य तरीकों से वायरस से संक्रमित होने से बच सकें। दूसरी बात, बीमारियों को रोकने के लिए उचित पोषण, व्यायाम और नींद सहित स्वस्थ जीवन शैली अपनाने की जरूरत। तीसरी व अंतिम बात , ग्राम सभाओं और स्कूलों के माध्यम से शैक्षिक अभियानों का आयोजन ताकि समाज में जागरूकता बढ़ाने के साथ रूढ़िवादिता का भी मुकाबला किया जा सके।

नड्डा ने कहा, एक समय था जब एड्स की कोई दवा नहीं थी, अत्यधिक महंगी दवाओं से निपटने से लेकर अब दुनिया को एचआईवी दवाओं का शुद्ध आपूर्तिकर्ता बनने तक, भारत ने एड्स के खिलाफ अपनी लड़ाई में एक लंबा सफर तय किया है। इसके तहत भारत आज न सिर्फ सबसे सस्ती और प्रभावी दवाओं का उत्पादन कर रहा है बल्कि उन्हें जरूरतमंदों के साथ साझा करके केंद्रीय मंत्रीमें अग्रणी भूमिका भी निभा रहा है। इस संबंध में केंद्र सरकार देश भर के एड्स रोगियों के लिए मुफ्त दवाएं उपलब्ध कराती है।

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