नई दिल्ली, 14 सितम्बर : केंद्र सरकार ने आयुर्वेद को जन-जन तक पहुंचाने का जो संकल्प लिया है, उसे पूरा करने के लिए अखिल भारतीय आयुर्वेद संस्थान (एआईआईए) हर संभव प्रयास करेगा। साथ ही आयुर्वेद की वैश्विक साख बढ़ाने के लिए सतत प्रयत्नशील रहेगा।
यह बातें प्रोफेसर प्रदीप कुमार प्रजापति ने शनिवार को एआईआईए दिल्ली के नए निदेशक के रूप में अपना कार्यभार संभालने के बाद कहीं। उन्होंने कहा, आयुर्वेद की सेवा करने का यह एक महत्वपूर्ण अवसर है, जो मेरे लिए गर्व एवं सौभाग्य की बात है। इस अवसर पर कार्यकारी निदेशक प्रो. मंजूषा राजगोपाल, डीन (पीएचडी) प्रो. महेश व्यास तथा संस्थान के शैक्षणिक, चिकित्सकीय, प्रशासनिक एवं नर्सिंग स्टाफ के सदस्य मौजूद रहे।
उल्लेखनीय है कि प्रो. प्रदीप कुमार प्रजापति की नियुक्ति केंद्रीय मंत्रिमंडल की स्वीकृति से की गई है। वे निदेशक पद का कार्यभार ग्रहण करने की तिथि से पांच वर्ष अथवा सेवानिवृत्ति की आयु तक, जो भी पहले हो, तक कार्यरत रहेंगे। इससे पूर्व प्रो. प्रजापति डॉ. सर्वपल्ली राधाकृष्णन राजस्थान आयुर्वेद विश्वविद्यालय, जोधपुर के कुलपति पद पर कार्यरत थे। वे गुजरात आयुर्वेद विश्वविद्यालय, जामनगर में भी लंबे समय तक शोध और शैक्षणिक गतिविधियों से जुड़े रहे हैं। उन्होंने अपने करियर की शुरुआत राष्ट्रीय आयुर्वेद संस्थान (एनआईए), जयपुर में सहायक प्रोफेसर के रूप में की थी।
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