
प्रधान मंत्री मोदी पर बनी भारत की पहली राजनैतिक कॉमिक बुक ने बनाया राष्ट्रीय रिकॉर्ड
28 राज्यों, 101 कॉलेजों ने पीएम मोदी पर ग्राफिक बुक लॉन्च की और राष्ट्रीय रिकॉर्ड बनाया
नई दिल्ली, अप्रैल 8, 2024: भारत के 28 राज्यों के 101 कॉलेजों में लॉन्च की जाने वाली शांतनु गुप्ता की किताब, “101 कारण, मैं मोदी को बोट क्यों करूँगी” ने पहली राजनीतिक कॉमिक होने का राष्ट्रीय रिकॉर्ड बनाया। किताब को भाजपा नेता सुश्री अनुराधा पौडवाल और राज्यसभा सांसद डॉ. सुधांशु त्रिवेदी की उपस्थिति में विमोचित किया गया। इंडिया बुक ऑफ रिकॉर्ड सर्टिफिकेट में लिखा है, “लोगों को मतदान के प्रति जागरूक करने के लिए लॉन्च की गई पहली कॉमिक बुक के लिए रिकार्ड।” इतिहास लीडरशिप अकादेमी प्राइवेट लिमिटेड द्वारा प्रकाशित ये किताब अंग्रेजी और हिंदी में उपलब्ध है।
लॉन्च के दौरान राज्यसभा सांसद सुधांशु त्रिवेदी ने कलाकृति की सराहना करते हुए इसकी तुलना मेगस्थनीज की पुस्तकों में भारत के सचित्र चित्रण से की। किताब पर टिप्पणी करते हुए उन्होंने कहा, ‘पीएम मोदी द्वारा किए गए काम सिर्फ 101 कारणों तक सीमित नहीं हैं बल्कि अनगिनत है”।
उन्होंने आगे कहा, “विकास के मामले में मोदी सरकार का पिछले 10 वर्षों का काम
इंफ्रास्ट्रक्चर, सड़कें, नवीकरणीय ऊर्जा में उच्चतम रहा है और भारत की सामाजिक और वैश्विक छवि में अंतरराष्ट्रीय स्तर पर भारी बदलाव आया है। हमारा लक्ष्य भारत को न केवल वैश्विक शक्ति बनाना है बल्कि एक विषवगुरु बनाना है जो अन्य देशों को शांति के साथ एकजुट हो कर काम करने और बढ़ने के लिए प्रेरित करेगा।
शांतनु गुप्ता ने कहा, “भारत में आगामी लोकसभा 2024 चुनाव के लिए में 18 से 19 साल के बीच के 1.85 करोड़ लोग पहली बार के मतदाता हैं। 2014 में जब पीएम नरेंद्र मोदी ने कमान संभाली तब ये मतदाता 8 से 9 साल की उम्र के बीच थे। सोशल मीडिया, कॉमिक्स और एनिमेशन इन युवा मतदाताओं के मुख्य कॉर्टेट कन्सम्शन के स्त्रोत्र है।”
लेखक ने कहा कि यह किताब पीएम के 10 वर्षों का वर्णन करने का एक दुर्लभ प्रयोग है जिसमें 10 विभिन्न लोकप्रिय कला शैलियों, जैसे अर्थ यथार्थवादी शैली, कार्टून शैली, शैलीबद्ध शैली, मंगा शैली, जल रंग शैली, यथार्थवादी कला शैली, ब्लैक एंड व्हाइट शैली, पारंपरिक भारतीय कॉमिक बुक शैली, डिज़्नी शैली और सेपिया/म्यूटेड शैली का उपयोग एक ग्राफिक नॉवेल में किया गया है। ऑक्सफोर्ड विश्वविद्यालय में अपने शोध के दौरान, उन्होंने ‘राजनीतिक टिप्पणी के लिए ग्राफिक उपन्यास के उपयोग का अध्ययन किया और समझा कि कैसे राजनीतिक ग्राफिक नॉवेल राजनीतिक विचारों को जन-जन तक पहुँचाने का माध्यम बन सकते हैं। उन्होंने कहा यह
किताब एक मतदाता का दृष्टिकोण से लिखी गई है।
गुप्ता ने अपनी ज्यादातर कहानियां मोदी के डिस्पेंस की सामाजिक कल्याण योजनाओं के लाभार्थियों से सीधे बातचीत के बाद जुटाई हैं। यह पुस्तक एक मोदी आलोचक और स्वयं लेखक के बीच की बातचीत है। पुस्तक में, मोदी आलोचक 2024 में मोदी को वोट देने एक मजबूत कारण की तलाश में है। पुस्तक में लेखक रचनात्मक रूप से मोदी सरकार की विभिन्न नीतियों से आए हुए सकारात्मक बदलावों को दर्शाते हैं।
गुप्ता का मानना है कि किसी भी मतदाता का मतदान व्यवहार दो चरों का कार्य है (क) मौजूदा सरकार के दौरान ‘जीवनयापन में आसानी’ में सुधार और (ख) जाति, धर्म, लिंग, आयु, क्षेत्र और भाषा के आधार पर मतदाता की पहचान। जब कोई सरकार सक्षमता से और प्रभावशाली तरीके से पहले पहलू पर काम करती है तो दूसरा पहलू धुंधला पड़ जाता है और देश तरक्की की ओर रास्तार पकड़ने लगता है।