
नई दिल्ली, 28 जुलाई : विशेष उपकरणों और बचावकर्ताओं के साथ मालवाहक पोत की आग बुझाने में जुटे भारतीय तटरक्षक (आईसीजी) बल की मदद के लिए टग क्रिएटिव-I घटनास्थल पर पहुंच गया है। इसके साथ ही दो महासागरीय टग, अल्बाट्रोस पांच और महा वेवा के साथ ईटीवी वाटर लिली भी अग्निशमन प्रयासों में सहायता के लिए मौके पर मौजूद हैं।
आईसीजी प्रवक्ता के मुताबिक अब तक, 5 आईसीजी जहाज, 2 एएलएच हेलीकॉप्टर और एक डोर्नियर विमान ऑपरेशन ‘सहायता’ के तहत कई उड़ानें भर चुके हैं। इसके अलावा आग की जगह पर 1200 किलोग्राम से अधिक सूखा रासायनिक पाउडर भी हवाई जहाज से गिराया गया है। लेकिन थोड़ी थोड़ी देर बाद सीलबंद कंटेनरों से छोटी लपटें उठ रही हैं। हालांकि, इन्फ्रारेड इमेजरी से हॉटस्पॉट में कमी आई है और आग का सुलगना मुख्य रूप से ‘बे 18’ स्टारबोर्ड की तरफ तक ही सीमित है।
10 दिन से आग से जूझ रहे एमवी मेर्सक फ्रैंकफर्ट जहाज की मदद के लिए एक अन्य एएचटीएस पोत वैलिएंट शारजाह से रवाना हो चुका है जो 30 जुलाई तक अग्निशमन प्रयासों में शामिल हो जाएगा। पर्यावरण की दृष्टि से संवेदनशील तटीय क्षेत्र की सुरक्षा के मद्देनजर संकटग्रस्त जहाज को भारत की समुद्री सीमा से (तट से 24 समुद्री मील दूर) बाहर रखा गया है। वर्तमान में यह न्यू मंगरोल से 50 समुद्री मील दक्षिण पश्चिम में और तट से 37 समुद्री मील से अधिक की दूरी पर मौजूद है।