किसान महापंचायत, नोएडा:दो दिन में 77 किसानों को भेजा जेल, दिल्ली कूच को लेकर दोबारा होगी महापंचायत
किसान महापंचायत, नोएडा: दो दिन में 77 किसानों को भेजा जेल, दिल्ली कूच को लेकर दोबारा होगी महापंचायत
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अमर सैनी
किसान महापंचायत, नोएडा। किसानों ने एक बार फिर दिल्ली कूच करने का एलान किया है। शुक्रवार को किसान फिर जीरो प्वाइंट पर जुटेंगे। आज जीरो प्वाइंट पर धरना दे रहे किसान नेताओं को पुलिस ने जेल भेज दिया है। बुधवार रात 34 और गुरुवार को 43 किसानों को जेल भेजा गया है। जिसके बाद किसानों ने महापंचायत बुलाई है। किसान नेताओं को जेल भेजने के विरोध में एक बार फिर किसान संगठन और पुलिस प्रशासन के बीच टकराव की स्थिति पैदा हो गई है। संयुक्त किसान मोर्चा ने एलान किया है कि शुक्रवार दोपहर 12 बजे सैकड़ों किसान फिर दिल्ली कूच करने के इरादे से जीरो प्वाइंट पर पहुंचेंगे। किसानों ने कहा कि प्रशासन और सरकार उनकी आवाज दबाने का काम कर रही है। जेल से रिहा होने के बाद आंदोलन तेज होगा।
गौरतलब है कि जिले के किसान लंबे समय से 10 प्रतिशत आबादी भूखंड, 64.7 प्रतिशत बढ़ा हुआ मुआवजा और नए भूमि अधिग्रहण कानून को लागू करने की मांग को लेकर आंदोलन कर रहे हैं। संयुक्त किसान मोर्चा के बैनर तले 10 से अधिक किसान संगठनों ने 25 नवंबर से महापंचायत शुरू कर पहले ग्रेटर नोएडा प्राधिकरण कार्यालय पर धरना दिया। इसके बाद किसानों ने यमुना विकास प्राधिकरण कार्यालय के बाहर डेरा डाल दिया। तीन दिन पहले हजारों की संख्या में किसानों ने दिल्ली कूच किया, लेकिन नोएडा पुलिस ने उन्हें दलित प्रेरणा स्थल पर रोक दिया। वरिष्ठ अधिकारियों से वार्ता के बाद किसानों ने एक सप्ताह तक दलित प्रेरणा स्थल पर धरना जारी रखने की बात कही थी। लेकिन मंगलवार को करीब 123 किसान नेताओं को हिरासत में लेकर जेल भेज दिया गया। इससे नाराज किसान संगठनों ने साथी किसानों की रिहाई के साथ बुधवार को ग्रेटर नोएडा के जीरो प्वाइंट पर महापंचायत बुलाई थी।
सोते हुए किसानों को उठाकर भेजा जेल
इस पंचायत में सैकड़ों किसान शामिल हुए। वरिष्ठ अधिकारियों से वार्ता के बाद जेल भेजे गए किसानों को बुधवार देर शाम रिहा कर दिया गया। इसके बाद रिहा हुए किसानों ने महापंचायत में पहुंचकर आंदोलन को तेज करने की बात कही थी। बुधवार रात करीब 11 बजे जब किसान जीरो प्वाइंट पर सो रहे थे, तभी पुलिस ने उन्हें जबरन उठाकर बसों, पुलिस वैन आदि में डालकर जेल भेज दिया। रात करीब डेढ़ बजे तक किसान सुखबीर खलीफा, सोरन प्रधान समेत 34 किसान नेताओं को हिरासत में लेकर जेल भेज दिया गया। गुरुवार सुबह किसान नेताओं ने जेल भेजे जाने के खिलाफ सोशल मीडिया पर नाराजगी जताई।
महिला किसानों को छोड़ा
दनकौर समेत अन्य ग्रामीण इलाकों में ग्रेटर नोएडा के जीरो प्वाइंट पर पहुंचने का आह्वान किया गया। इस दौरान पहले से सतर्क पुलिस ने महिला कांस्टेबलों की मदद से महिलाओं समेत 100 से अधिक किसानों को हिरासत में लेकर जेल भेज दिया। हालांकि, जेल पहुंचने के बाद पुलिस ने महिला किसानों को तो छोड़ दिया, लेकिन उनके साथ आए 43 पुरुष किसानों को जेल में दाखिल कर दिया गया है। जहां सभी किसानों को सामान्य बैरक में रखा गया है। वहीं, पुलिस अधिकारियों ने बताया कि बिना अनुमति के प्रदर्शन करने के लिए जीरो प्वाइंट से दलित प्रेरणा स्थल नोएडा की ओर निकले किसानों को गिरफ्तार कर लिया गया है। धरना स्थल को खाली करा दिया गया है, बैरिकेडिंग लगाकर चेकिंग की जा रही है।
कई किसान नेता नजरबंद
गुरुवार सुबह से ही धरना स्थल पर भारी संख्या में पुलिस बल तैनात कर दिया गया था। धरना स्थल की ओर जाने वाले सभी प्रमुख मार्गों पर बैरिकेडिंग लगाकर चेकिंग की जा रही थी। किसान सभा के संयोजक वीर सिंह नागर के नेतृत्व में जीरो प्वाइंट से दिल्ली कूच कर रहे किसानों को गिरफ्तार कर लिया गया। इस दौरान किसानों ने केंद्र व प्रदेश सरकार के खिलाफ नारेबाजी की। किसानों को गिरफ्तार करने के दौरान महिलाओं और पुलिस के बीच धक्का-मुक्की भी हुई। फिलहाल एक भी किसान धरना स्थल पर नहीं है। पुलिस जीरो प्वाइंट पर सतर्क नजर रख रही है। किसान नेताओं पर दबाव बनाने के लिए किसान नेताओं के परिजनों को थाने में बैठाया जा रहा है। कई किसान नेताओं को नजरबंद किया गया है।