India Pakistan match protest: आप ने भारत बनाम पाकिस्तान मैच का विरोध किया, पुतला जलाकर और जगहों को एक्सपोज करने की धमकी

India Pakistan match protest: आप ने भारत बनाम पाकिस्तान मैच का विरोध किया, पुतला जलाकर और जगहों को एक्सपोज करने की धमकी
रिपोर्ट: रवि डालमिया
आम आदमी पार्टी ने रविवार 14 सितंबर को भारत और पाकिस्तान के बीच होने वाले क्रिकेट मैच का तीखा विरोध जताया और विरोध के दौरान सौरभ भारद्वाज ने पाकिस्तानी क्रिकेटरों का पुतला जलाया ताकि पार्टी की नारा-एहमियत और आक्रोश सार्वजनिक रूप से दिखाई दे सके। आप दिल्ली के अध्यक्ष सौरभ भारद्वाज ने आरोप लगाया कि कुछ पाकिस्तानी क्रिकेटरों ने सोशल मीडिया पर ऐसी तस्वीरें साझा की हैं जिनमें सांकेतिक रूप से हमारी माताओं और बहनों के सुहाग को निशाना बनाया गया प्रतीत होता है, और यही कारण है कि AAP इस मैच के बहिष्कार और विरोध के पीछे खड़ी है। उन्होंने यह भी कहा कि जिन भी क्लब, रेस्टोरेंट या होटल में यह मैच दिखाया जाएगा, उन्हें जनता के समक्ष एक्सपोज किया जाएगा ताकि लोग वहाँ न जाएँ और इन संस्थानों की नज़रों में आर्थिक दबाव बने।
AAP विधायक संजीव झा ने विरोध में पाकिस्तान के क्रिकेटरों के साथ प्रतीकात्मक रूप से बैट को आग के हवाले किया, जिससे विरोध का स्वर और भी तीखा दिखाई दिया। सौरभ भारद्वाज ने भाजपा पर भी निशाना साधा और कहा कि भाजपा शायद ऑपरेशन सिंदूर की दर्दनाक घटनाओं को भुला चुकी है जबकि उनके अनुसार उस हमले में कई बहनों का सुहाग उजड़ गया था। उन्होंने कहा कि जिन खिलाड़ियों ने ऐसी तस्वीरें साझा कीं, वे भावनात्मक तौर पर संवेदनशील मुद्दों को भड़काने का काम कर रहे हैं और इस प्रकार के व्यवहार को सहन नहीं किया जाएगा।
भारद्वाज ने मीडिया के सामने एक तस्वीर का हवाला देते हुए कहा कि इसमें पाकिस्तानी क्रिकेटरों ने ऐसा संकेत दिया है मानो वे ‘सिंदूर भरने’ की बात कर रहे हों, और उन्होंने इसे घृणास्पद करार दिया। उन्होंने भाजपा नेताओं से सवाल उठाते हुए पूछा कि क्या वे उन लोगों के साथ क्रिकेट खेलना चाहते हैं जो हमारे परिवारों को नुकसान पहुँचाने वाले आतंकियों का समर्थन करते हैं। उनके तंज ने राजनीतिक बहस को और गर्म कर दिया।
AAP के विरोध का स्वर स्थानीय स्तर पर भी सक्रिय रहा। भारद्वाज ने स्पष्ट चेतावनी दी कि यदि कोई व्यवसायिक प्रतिष्ठान मैच दिखाता पाया गया तो उसे सार्वजनिक रूप से उजागर किया जाएगा और लोगों को वहां न जाने के लिए प्रेरित किया जाएगा। उन्होंने कहा कि यह कदम सामाजिक स्तर पर नज़र रखने और उस संस्थान के खिलाफ जनआक्रोश जुटाने के इरादे से उठाया जा रहा है।
विरोध के दौरान गुज़रे स्थानीय लोगों और समर्थकों ने भी भागीदारी दिखाई और कुछ जगहों पर विरोध-प्रदर्शनों के माध्यम से अपनी नाराजगी जताई गई। वहीं विरोध समाप्त होते हुए पुलिस और प्रशासन ने परिष्कृत निगरानी बनाए रखने और कानून-व्यवस्था को संभालने के संकेत दिए। प्रशासनिक सूत्रों ने बताया कि किसी भी तरह के सार्वजनिक व्यवधान या हिंसक घटना की अनुमति नहीं दी जाएगी और आवश्यक सुरक्षा प्रबंध किए जा रहे हैं।
राजनीतिक और सामाजिक विश्लेषकों ने कहा कि खेल के माध्यम से कूटनीतिक और भावनात्मक संवेदनशीलता का संतुलन बनाए रखना चुनौतीपूर्ण होता जा रहा है और ऐसी स्थितियों में नेताओं की भाषा और कदम देश के सांप्रदायिक और सामाजिक माहौल पर असर डाल सकते हैं। अन्य पार्टियों के रेस्पॉन्स और प्रशासन की अगली कार्रवाई पर अब सभी की नजरें टिक गई हैं क्योंकि मामला जल्दी ही सार्वजनिक बहस में बदल गया है।
इस घटना के बाद कई व्यापारिक संस्थानों और क्लबों ने अपनी स्ट्रेटजी पर पुनर्विचार करना शुरू कर दिया है और कुछ ने पहले से ही घोषणा की है कि वे स्थिति को भाँपकर मैच प्रसारण पर रोक लगेगी या बजाय खुले प्रसारण के विकल्पों पर विचार करेंगे। राजनीतिक हलकों में यह भी चर्चा है कि ऐसे विरोध भावनात्मक अपील पर आधारित हैं और चुनावी पटल पर भी इनका राजनीतिक प्रभाव परखा जाएगा। काफी हलचल और राजनीतिक प्रतिक्रियाओं के बीच, रविवार के मैच के दौरान कानून-व्यवस्था और सार्वजनिक व्यवस्था बनाए रखने के लिए प्रशासन तैनात रहेगा और किसी भी अप्रिय घटना को रोकने के लिए निगरानी बढ़ाई जा रही है।
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