India Nepal Military Exercise: पिथौरागढ़ में शुरू हुआ भारत-नेपाल संयुक्त सैन्य अभ्यास ‘सूर्यकिरण’, दोनों देशों की सेनाओं ने दिखाया सामरिक सामंजस्य

India Nepal Military Exercise: पिथौरागढ़ में शुरू हुआ भारत-नेपाल संयुक्त सैन्य अभ्यास ‘सूर्यकिरण’, दोनों देशों की सेनाओं ने दिखाया सामरिक सामंजस्य
नई दिल्ली, 25 नवंबर 2025: भारत और नेपाल की सेनाओं के बीच वार्षिक संयुक्त सैन्य अभ्यास ‘सूर्यकिरण’ का 21वां संस्करण मंगलवार से उत्तराखंड के पिथौरागढ़ में शुरू हो गया। यह अभ्यास 25 नवंबर से 8 दिसंबर 2025 तक चलेगा और इसमें दोनों देशों की 334-334 सैनिकों की टुकड़ियां भाग ले रही हैं। भारतीय पक्ष का प्रतिनिधित्व मुख्य रूप से असम रेजिमेंट के सैनिक कर रहे हैं, जबकि नेपाल की टुकड़ी में मुख्य रूप से देवी दत्ता रेजिमेंट के सैनिक शामिल हैं।
अभ्यास सूर्यकिरण का उद्देश्य संयुक्त राष्ट्र के अधिदेश के अध्याय सात के तहत उप-पारंपरिक अभियानों का संयुक्त पूर्वाभ्यास करना है। इसमें जंगल युद्ध, पहाड़ी इलाकों में आतंकवाद विरोधी अभियान, मानवीय सहायता और आपदा राहत (एचएडीआर), चिकित्सा प्रतिक्रिया, पर्यावरण संरक्षण और एकीकृत ग्राउंड-एविएशन ऑपरेशन शामिल हैं। बटालियन स्तर पर दोनों सेनाओं के बीच तालमेल को मजबूत करना इस अभ्यास की मुख्य विशेषता है।
इस संस्करण में उभरती तकनीकों और आधुनिक उपकरणों का विशेष समावेश किया गया है। अभ्यास में मानव रहित हवाई प्रणाली (यूएएस), ड्रोन आधारित आईएसआर, एआई-सक्षम निर्णय समर्थन उपकरण, मानव रहित लॉजिस्टिक वाहन और बख्तरबंद सुरक्षा प्लेटफॉर्म शामिल हैं। इन उपकरणों के उपयोग से दोनों सेनाएं आतंकवाद विरोधी माहौल में रणनीति, तकनीक और संचालन प्रक्रियाओं को वैश्विक गतिशीलता के अनुरूप परिष्कृत कर सकेंगी।
अभ्यास का लक्ष्य सैनिकों के बीच अंतरसंचालनीयता के उच्च स्तर को प्राप्त करना और शांति स्थापना अभियानों के दौरान संयुक्त राष्ट्र के हितों और एजेंडे को प्राथमिकता देते हुए जान और संपत्ति के जोखिम को न्यूनतम करना है। बेस्ट प्रैक्टिस साझा करने से भारतीय और नेपाली सेनाओं के बीच रक्षा सहयोग और सामरिक समन्वय को भी मजबूती मिलेगी।
सूर्यकिरण अभ्यास दोनों पड़ोसी देशों के बीच मजबूत द्विपक्षीय संबंधों को प्रोत्साहित करेगा और सामरिक, तकनीकी और मानवीय सहयोग के नए आयाम खोलेगा। यह अभ्यास भारत-नेपाल संबंधों में विश्वास और सुरक्षा सहयोग को बढ़ाने के लिए एक महत्वपूर्ण मंच के रूप में कार्य करता है।
भारत और पाकिस्तान टी20 विश्व कप 2024 में दो बार आमने-सामने हो सकते हैं। जानिए कैसे





